भाबर महाविद्यालय के विज्ञान संकाय भवन का डॉ. धन सिंह व डॉ. हरक सिंह ने किया लोकार्पण
स्वपोषित बीएड शुरू कराने का आश्वासन दिया
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राजकीय महाविद्यालय कोटद्वार भाबर में उच्च शिक्षा मंत्री (राज्यमंत्री) डॉ. धन सिंह रावत और स्थानीय विधायक एवं वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने विज्ञान संकाय भवन का लोकार्पण किया। इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री ने इतिहास, भूगोल और गृह विज्ञान विषयों को इसी सत्र से शुरू करने की घोषणा की। उच्च शिक्षा मंत्री ने महाविद्यालय में ई-पुस्तकालय, 4 जी वाई-फाई सुविधा, सौर ऊर्जा प्लांट, लैब उपकरण, दस कंप्यूटर, छ: शौचालय, आवश्यक फर्नीचर, खेल सामग्री, को-ऑपरिटव बैंक के एटीएम की सुविधा शीघ्र उपलब्ध करवाने के साथ ही स्वपोषित बीएड शुरू करवाने का आश्वासन दिया।
लोकार्पण कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री (राज्यमंत्री) डॉ. धन सिंह रावत और स्थानीय विधायक एवं वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने दीप प्रज्जवलित कर किया। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि भाबर क्षेत्र में महाविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार उच्च शिक्षा में व्यवसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। ताकि युवा व्यवसायिक शिक्षा ग्रहण कर स्वरोजगार को अपना सकें। उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत प्रोफेसरों की नियुक्ति हो चुकी है। एक माह के अन्दर सभी महाविद्यालय में कनेक्टिविटी दी जायेगी। जिससे 35 लाख किताबों को विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ सकेगें। प्राचार्य डा. वीके अग्रवाल ने उच्च शिक्षा मंत्री के समक्ष महाविद्यालय में फर्नीचर, लैब उपकरण, पेयजल, कंप्यूटर्स, पुस्तकों की कमियों से अवगत करवाते हुए महाविद्यालय में स्वपोषित अथवा राज्य बीएड शुरू करवाने की मांग की। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि विधायक दलीप सिंह रावत, निदेशक उच्च शिक्षा प्रो. कुमकुम रौतेला, प्राचार्य प्रो. वीके अग्रवाल, उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा, पुलिस उपाधीक्षक अनिल जोशी, भाजपा पौड़ी जिलाध्यक्ष संपत सिंह रावत, पार्षद सौरभ नौडियाल, डॉ. उषा सिंह, डॉ. विनय देवलाल, अनुराग शर्मा, गीता रावत शाह, मनीषा सरवालिया, राजेश डबराल आदि मौजूद रहे। (फोटो संलग्न है)
कैप्शन06: भाबर कॉलेज में विज्ञान संकाय भवन का लोकार्पण करते हुए वन मंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री।
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लोकार्पण पर बोले पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी, बहुत देर कर दी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। प्रदेश के पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने भाबर क्षेत्र में स्थित राजकीय महाविद्यालय में विज्ञान भवन के निर्माण में देरी के लिए प्रदेश सरकार की ढुलमुल नीति को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि उक्त भवन को डेढ़ साल पहले बन जाना चाहिए था।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति में पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कोटद्वार भाबर में उत्तराखंड प्रदेश के इतिहास में पहला ऐसा महाविद्यालय खोला गया जिसमें आर्ट्स के साथ सांइस की भी मान्यता दी गयी है। उन्होंने कहा कि भाबर में महाविद्यालय खोलने का उद्देश्य यह था कि आर्टस एवं विज्ञान संकाय का महाविद्यालय खुलने से भाबर क्षेत्र में निवास करने वाले गरीब, मेधावी छात्रों को घर के पास ही कम खर्च पर महाविद्यालय में पढ़ने का अवसर प्रदान किया जा सके। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में महाविद्यालय के विज्ञान भवन के निर्माण के लिए पूरी धनराशि स्वीकृत करवा दी थी, लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने से प्रदेश सरकार ने डेढ़ साल तक बकाया 74 लाख की धनराशि को अवमुक्त नहीं किया। पूर्व मंत्री ने विज्ञान भवन के विलम्ब पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि लगातार उच्च शिक्षा सचिव से वार्तालाप करने के बाद लगभ्ग डेढ साल के बाद प्रदेश सरकार के द्वारा उक्त बकाया 74 लाख की धनराशि को अवमुक्त करवाया गया है।