देहरादून। उत्तराखंड पुलिस की यूनिट, स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने 2 वन्य जीव तस्कर को 2 भालू पित्त और 3 कारतूस के साथ कालसी क्षेत्र से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार तस्करों के खिलाफ थाना कालसी देहरादून में वन्यजीव अधिनियम (वाइल्ड लाइफ एक्ट) और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने दोनों आरोपी को न्यायालय में पेशकर जेल भेज दिया है।उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक, उन्हें वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली से सूचना मिली कि देहरादून के चकराता और कालसी क्षेत्र में वन्य जीव जन्तुओं के अंगों की तस्करी हो रही है। उत्तराखंड एसटीएफ ने अपने स्थानीय सूत्रों से जानकारी लेते हुए कालसी क्षेत्र में जोहड़ी के निकट कालसी-चकराता मार्ग से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। दोनों की पहचान कलम सिंह चौहान निवासी चकराता और संतु निवासी कालसी के रूप में की गई। दोनों के कब्जे से 2 भालू पित्त (दो अलग-अलग भालू की पित्त) और 3 जिंदा कारतूस, 12 बोर बरामद किए गए।
बता दें कि भालू पित्त को वन्यजीव जन्तु संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची में रखा गया है. इसका शिकार करना एक गंभीर अपराध है।