किताब कौथिग को रद्द करने से एनएसयूआई में आक्रोश

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जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : श्रीनगर में होने वाले किताब कौथिग को रद्द किए जाने पर एनएसयूआई ने रोष व्यक्त किया है। एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि एक संगठन द्वारा इसका विरोध किया। कहा कि यह केवल किताबों का विरोध नहीं बल्कि हमारी गढ़वाल की संस्कृति का विरोध कर रहे है। उन्होंने किताब कौथिग के आयोजनकर्ताओं से पौड़ी में यह कौथिग करवाने की अपील की है। कहा कि पौड़ी में किताब कौथिग का आयोजन किए जाने को लेकर एनएसयूआई आयोजनकर्ताओं का पूरा सहयोग करेगी।
गुरुवार को प्रेस को जारी बयान में एनएसयूआई के महासचिव अंकित सुंदरियाल व प्रदेश सचिव मुकुल कुमार ने कहा कि 15 व 16 फरवरी को श्रीनगर रामलीला मैदान में किताब कौथिग मेला आयोजित किया जाना था। जिसमें गढ़वाल रत्न नरेंद्र सिंह नेगी द्वारा भी शिरकत की जानी थी। कौथिग में हिंदी, अंग्रेजी व लोकभाषा गढ़वाली लेखकों की पुस्तकें उपलब्ध होनी थी। आरोप लगाया कि एक संगठन द्वारा इसका विरोध किया। कहा कि यह केवल किताबों का विरोध नहीं बल्कि हमारी गढ़वाल की संस्कृति का विरोध कर रहे है। एनएसयूआई ऐसे छात्र विरोधी संगठन का पूर्ण रूप से विरोध करती है। शिक्षा लेने से रोकने वाले छात्र संगठन को छात्र संगठन कहलाने का कोई हक नहीं है। कहा कि पौड़ी एनएसयूआई की पूरी टीम किताब कौथिग के आयोजनकर्ताओं को पौड़ी में यह कौथिग करने के लिए आमंत्रित करती है। पौड़ी में इसे आयोजित कर पूरा सहयोग किया जाएगा। इस मौके पर छात्रसंघ सचिव अमन नेगी, सोनू आदि मौजूद रहे।

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