देहरादून। सड़क नहीं बनने से केशरवाला गांव के ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने नगर निगम चुनाव का बहिष्कार की चेतावनी दी है। ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष कलम सिंह रावत ने कहा कि केशरवाला गांव के पूरब और दक्षिण में रक्षा मंत्रालय की भूमि है। पश्चिम दिशा में वन विभाग की भूमि है। रक्षा मंत्रालय की भूमि के कारण गांव में सड़क, बिजली, पानी के काम नहीं हो पा रहे हैं, गांव की सड़कें कच्ची है। 2019 में गांव को नगर निगम में शामिल किया गया, जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया था, बावजूद गांव को निगम में शामिल किया गया। इसके बाद से ग्रामीणों को मनरेगा, पशुबाडा, सिंचाई जैसे सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। जबकि गांव के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि एवं पशुपालन है। समिति के प्रेमदत्त चमोली, सूरत सिंह आदि ने गांव को नगर निगम से क्षेत्र से बाहर करने की मांग की है। इसके लिए नगर निगम चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।