कोरोना टेस्ट कराने से घबरा रहे ग्रामीण, एकेश्वर क्षेत्र में मात्र 57 लोगों ने कराई जांच
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। वर्तमान में एकेश्वर ब्लॉक के अधिकांश गांवों में लोग सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित होने के बाद भी कोरोना जांच कराने से घबरा रहे है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से एकेश्वर में कोरोना जांच के लिए शिविर लगाया गया था, लेकिन शिविर में मात्र 57 लोग ही जांच कराने आये। मंगलवार को एकेश्वर ब्लॉक के पाटीसैंण और भैड़गांव में कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिविर लगाया जायेगा।
कोरोना माहामारी शहरों के बाद गांवों में तेजी से फैल रही है। इसके बावजूद भी कोरोना के संदिग्ध लक्षण वाले जांच कराने को तैयार नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एकेश्वर ब्लॉक के विभिन्न स्थानों पर अभी तक कोरोना जांच के लिए शिविर लगाये जा रहे है, लेकिन अभी तक किसी भी जांच केंद्र से 100 का आंकड़ा भी नहीं पहुंच पाया है। एकेश्वर ब्लॉक के प्रमुख नीरज पांथरी ने बताया कि सोमवार को एकेश्वर में कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिविर लगाया गया। शिविर में एकेश्वर, पाताल, उच्चाकोट, बैलोड़ी, रैसोली, पणखेत, मलेथा, बड़ोली, हलाई, बग्याली, खती गांव, गुराड़ मल्ला, गुराड़ तल्ला, जैतोली मल्ली के मात्र 57 लोगों ने कोरोना जांच के लिए सैंपल दिया। गत रविवार को सासौ में शिविर लगाया गया था। जिसमें 53 लोगों ने जांच कराई थी। ब्लॉक प्रमुख ने बताया कि अभी तक तछवाड़, गोली, ईडा तल्ला, मल्ला, अमोठा, नौगांवखाल, नौगांव कमदा, सासौ, एकेश्वर, रीठाखाल में स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिविर लगाया गया है। शिविर में आरटीपीसीआर के माध्यम से कोरोना की जांच की जा रही है। इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांवखाल और पाटीसैंण में रैपिड एंटीजिन के माध्यम से कोरोना की जांच की जा रही है। एकेश्वर में आयोजित शिविर में लीम लीडर डॉ. निकिता धस्माना, फार्मासिस्ट संदीप मंमगाई, एनएनएस सरस्वती सकलानी, अजय पांथरी, प्रियंका बिष्ट, नीलम, करिश्मा, जगदीश बिष्ट आदि मौजूद थे।
छैतुड़ गांव में मिले दो कोरोना संक्रमित, कोट ब्लॉक के 145 ग्रामीणों के सैंपल भेजे जांच के लिए
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। विकासखंड कोट के छैतुड़ गांव में दो ग्रामीण कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं 48 ग्रामीणों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं। जबकि 145 ग्रामीणों के कोरोना सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं। स्वास्थ्य टीम का कहना है कि संक्रमित और लक्षण पाए जाने वालों को कोरोना किट प्रदान कर होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
विकासखंड कोट में कुछ दिनों पूर्व कनिष्ठ प्रमुख वीरेंद्र नयाल ने क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में ग्रामीणों के बुखार, खांसी और जुकाम से पीड़ित होने की शिकायत की थी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से टीम भेज ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण, उपचार और कोरोना जांच की मांग की थी। दो दिन पहले क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की टीम गई, लेकिन उस दिन वह छैतुड़ नहीं पहुंच पाई। सोमवार को टीम ने गांव पहुंच 150 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। टीम में शामिल डॉ. उपेंद्र पंवार ने बताया कि परीक्षण के दौरान 48 लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं। उन्हें किट प्रदान कर होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश दे दिए गए हैं। जबकि दो ग्रामीण रैपिड एंटीजन टेस्ट में कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि 145 ग्रामीणों का आरटीपीसीआर कोरोना सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। इस अवसर पर डॉ. अमित मेहरा, डॉ. पंकज रावत, राजस्व उपनिरीक्षक हेमंत प्रकाश, अतुल भट्ट, कल्पेश्वर बड़थ्वाल, भाष्कर रावत, दीपक, पूरण धनाई, महावीर सिंह आदि मौजूद रहे।