जनरल बिपिन रावत के सलाहकार ब्रिगेडियर लिड्डर अंतिम विदाई
नई दिल्ली, एजेंसी : हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में जान गंवाने वाले जनरल बिपिन रावत के सलाहकार ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर का अंतिम संस्कार शुक्रवार को सुबह करीब 10:40 बजे दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर में किया गया। इस मौके पर उनकी बेटी आशिना ने उन्हें अपना हीरो बताया। इस हेलीकाप्टर हादसे में जान गंवाने वाले कुछ जवानों के पार्थिव शरीर को उनके परिजनों के आग्रह पर उनके पैतृक स्थानों पर भेजा गया है।
ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा तीनों सेनाध्यक्षों, हरियाणा के मुख्यमंत्री, एनएसए अजीत डोभाल, सेना के अधिकारी और जवानों ने श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर ने कांगों में यूएन मिशन के तहत अपनी सेवाएं दी थीं। उनका चीन से लगती सीमा पर बेहतर रणनीति बनाने और जम्मू कश्मीर में आतंक विरोधी अभियान की रणनीति बनाने में अहम योगदान रहा था। वो सीडीएस जनरल बिपिन रावत के करीब डेढ़ वर्षों से मिलिट्री एडवाइजर थे। उनकी एक बेटी है। बता दें कि ब्रिगेडियर लिड्डर के पिता भी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर थे।
ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर की पत्नी गीतिका लिद्दर ने कहा कि हमें उन्हें एक अच्छी विदाई देनी चाहिए, मुस्कुराते हुए विदा करना चाहिए। मैं एक सैनिक की पत्नी हूं, यह एक बड़ा नुकसान है। उनकी बेटी आशिना ने इस मौके पर कहा कि उनके पिता उनके हीरो थे। उनकी बहुत अच्छी यादें हमारे बीच हैं। आशिना ने कहा कि वो उनके एक अच्छे दोस्त भी थे। वही उनके लिए एक प्रेरक थे। बता दें कि कुछ ही दिन पहले आशिना की लिखी एक किताब का विमोचन हुआ था।
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दी जा चुकी थी मेजर जनरल रैंक देने की मंजूरी
ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर को दिसंबर 1990 में जम्मू-कश्मीर राइफल्स (जेएकेआरएफ) में शामिल किया गया था। ब्रिगेडियर लिड्डर ने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के साथ जेएकेआरएफ की एक बटालियन की कमान संभाली थी। उन्होंने भारत की उत्तरी सीमाओं पर एक ब्रिगेड की कमान भी संभाली। उन्होंने सैन्य संचालन निदेशालय में निदेशक के रूप में कार्य किया। ब्रिगेडियर लिड्डर जनवरी 2021 से सीडीएस के रक्षा सहायक थे। ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर को मेजर जनरल रैंक देने को मंजूरी दी जा चुकी थी। उन्हें एक डिविजन का प्रभार संभालना था। उनका जन्म 26 जून 1969 को हुआ था।