जयंती पर वीडी उनियाल को किया याद
आर्य गिरधारीलाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट की ओर से आयोजित किया गया कार्यक्रम जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। आर्य गिरधारीलाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट की ओर ट्रस्ट के संस्थापक शिक्षाविद स्व. वीडी उनियाल की 94वीं जयती मनाई गई। इस दौरान ट्रस्ट के सदस्यों ने वीडी उनियाल को याद करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
सोमवार को स्व. सरोजनी देवी लोक विकास समिति के कार्यालय सुमन मार्ग में सभा का आयोजन किया गया। उत्तराखंड लोक साहित्य व सांस्कृतिक मंच कोटद्वार के अध्यक्ष सत्यप्रकाश थपलियाल ने वीडी उनियाल की 94 वीं जयंती पर उनके ब्यक्तित्व व कृतित्व पर जानकारी देते हुए बताया कि वीडी उनियाल का जन्म 1 नवंबर 1927 को ग्राम -जलठा पट्टी- डबरालस्यूं ज़िला पौड़ी गढ़वाल में हुआ था। बाद मे उनका परिवार कोटद्वार( निकट टाटा) में बस गए । कहा कि वे सही अर्थों में आर्य समाजी थे, वे महर्षि दयानंद सरस्वती के समता, सम्मान, स्वाभिमान स्थापित करने ,समाज मे ब्याप्त सामाजिक ,धार्मिक कुरीतियों के खात्मे के प्रबल समर्थक थे व जीवन भर इन्हीं मूल्यों पर चलते रहे । ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेंद्र लाल आर्य ने कहा कि स्व. उनियाल दीन दुखियों की सेवा, सरलता, सादगी, सहजता दानी प्रवर्ति, सर्वधर्म समभाव, की भावना के हितैषी थे। कहा कि वह बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। साथ ही वह आर्य समाज संस्थापक आर्य गिरधारी लाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट कोटद्वार, जिला संरक्षक भारतीय दलित साहित्य अकादमी साहित्यांचल, अध्यक्ष कण्वाश्रम विकास समिति जैसें संगठनों से भी जुडे रहे। बताया कि उनके इस योगदान के लिए उन्हें डॉ.अंबेडकर राष्ट्रीय फेलोसिप अवार्ड, महर्षि दयानंद सरस्वती उत्तराखण्ड सम्मान, लाला लाजपतराय स्मृति सम्मान, उत्तराखण्ड गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। ग्रामीण विकास नागरिक संगठन के अध्यक्ष पूर्व प्रधानाचार्य प्रवेश नवानी ने कहा कि स्व. उनियाल की छवि एक ईमानदार, अनुशासित व छात्र हितैषी प्रधानाचार्य के रूप में थी। कहा कि उन्होनें कई किताबें भी लिखी हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता ट्रस्ट के संरक्षक वयोवृद्ध साहित्यकार चक्रधर शर्मा, कमलेश ने की। साथ ही मंच का संचालन सुरेंद्र लाल आर्य ने किया। इस मौके पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष पूरण सिंह रावत, सुभाष चन्द्र नौटियाल, पी एल खंतवाल, राजेन्द्र सिंह नेगी अन्नपूर्णा जोशी, नीरज नेगी,आरती सैनी, गजे सिंह रावत,चंद्र सिंह नेगी, गंभीर सिंह असवाल आदि उपस्थित थे।