दशकों तक जनजातीय समाज को किया नजरअंदाज: मोदी

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-देश में मनाया गया पहला जनजातीय गौरव दिवस
-प्रधानमंत्री ने जनजातीय समुदाय से जुड़ी कई योजनाओं का किया शुभारंभ
भोपाल, एजेंसी: अमर शहीद भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर भोपाल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का दिन देश व पूरे जनजातीय समाज के लिए बहुत बड़ा दिन है। आज भारत अपना पहला जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है। जंबुरी मैदान में जनजातीय गौरव दिवस पर आयोजित महासम्मेलन से पीएम मोदी ने जनजातीय समुदाय से जुड़ी विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि रानी कमलापति भूला दी गईं, उनको इतिहास में उचित स्थान न अंग्रेजों ने दिया और न कांग्रेस ने दिया। लेकिन प्रधानमंत्री ने हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन रखकर रानी का सम्मान बढ़ाया है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की आबादी का करीब 10 प्रतिशत होने के बावजूद दशकों तक जनजातीय समाज को, उनकी संस्कृति, उनके सामथ्र्य को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया। आदिवासियों का दु:ख, उनकी तकलीफ, बच्चों की शिक्षा उन लोगों के लिए कोई मायने नहीं रखती थीं। जनजातीय समाज के योगदान के बारे में या तो देश को बताया ही नहीं गया और अगर बताया भी गया तो बहुत ही सीमित दायरे में जानकारी दी गई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि आज़ादी के बाद दशकों तक जिन्होंने देश में सरकार चलाई, उन्होंने अपनी स्वार्थ भरी राजनीति को ही प्राथमिकता दी।
उन्होंने कहा कि गोंड महारानी वीर दुर्गावती का शौर्य हो या फिर रानी कमलापति का बलिदान, देश इन्हें भूल नहीं सकता। वीर महाराणा प्रताप के संघर्ष की कल्पना उन बहादुर भीलों के बिना नहीं की जा सकती जिन्होंने कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ी और बलिदान दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रतलाम जिले में बनने वाले एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का शिलान्यास किया। उन्होंने भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में राशन आपके ग्राम योजना और हिमोग्लोबिनोपैथी मिशन का भी शुभारंभ किया।

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