पंतनगर में 110वां अखिल भारतीय किसान मेला शुरू
रुद्रपुर। गोविंद बल्लभ पंत षि एवं प्रौद्योगिकी विवि में चार दिवसीय 110वां अखिल भारतीय किसान शुरू हो गया है। मेले में किसानों के लिये षि एवं उद्योग प्रदर्शनी के साथ विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया है। मेले के दौरान विभिन्न श्रेणियों में उत्ष्ट प्रदर्शन करने वाले किसानों को सम्मानित भी किया जायेगा। गुरुवार को किसान मेले का शुभारंभ मुख्य अतिथि रवि किरण सैनी और उत्तराखंड किसान आयोग के उपाध्यक्ष सरदार राजपाल सिंह ने किया। मेला समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रगतिशील किसान सैनी ने कहा किसान अर्गेनिक खेती को अपनाकर अपनी आय को बढ़ावा दें। उन्होंने खेती के विभिन्न तरीकों पर प्रकाश डाला और कहा की वर्तमान समय में दुनिया भर के रासायनिक खादों एवं दवाओं का उपयोग कर किसान दुनिया को जहर बांटने के लिए आतुर हैं। उन्होंने रासायनिक खेती को स्वयं के लिए और दूसरों के लिए बेहद हानिकारक बताया। कहा हम अपने प्राचीनतम पद्घति को पुन: विकसित कर पूर्ण रूप से जैविक खेती को अपनाकर न केवल अपने षि तकनीक को बदल सकते हैं, बल्कि अपनी अच्छी इनकम भी अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने पहाड़ों में जल स्रोतों को विकसित कर खेती किसानी में पर्वतीय जल स्रोतों का उपयोग कर पहाड़ के पलायन को रोकने पर जोर दिया। कहा पर्वतीय क्षेत्रों में बहु उपयोगी जैविक उत्पाद पैदा करने की अपार संभावनाएं हैं। जिन पर हमें वैज्ञानिकों के सहयोग से आगे बढ़ने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि उत्तराखंड किसान आयोग के उपाध्यक्ष सरदार राजपाल सिंह ने किसानों से अत्याधुनिक षि तकनीकों के साथ-साथ प्रातिक जैविक एवं वैदिक खेती को पुनर्जीवित कर उसे अपनी आय का मुख्य स्रोत बनाने की अपील की। पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति ड तेजप्रताप वह अतिथियों ने प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया।उन्होंने कहा कीपर नगर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक लगातार पर्वतीय षि तकनीकों में अभूतपूर्व परिवर्तन एवं जैविक खेती को विकसित एवं उनकी विभिन्न तकनीकों को किसानों तक पहुंचाने में प्रयासरत है। इससे पूर्व मुख्य अतिथि सैनी ने मेला प्रांगण में लगे पंतनगर विश्वविद्यालय के करीब दर्जनभर विभिन्न षि उत्पादों के स्टालों का उद्घाटन किया और षि प्रदर्शनी का अवलोकन कर मेले में सजी अत्याधुनिक उपकरण साग भाजी विभिन्न प्रकार के बीच एवं तकनीकी उपकरणों के स्टालों का बारीकी से निरीक्षण कर उनकी उपयोगिता एवं लाभ की जानकारी ली।