-पुलिस ने पौने चार लाख लोगों के खाते में वापस कराया दो करोड़ 15 लाख
अयोध्या , गत वर्ष राममंदिर के गर्भगृह में प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान खादी आर्गेनिक नामक वेबसाइट बना लोगों को प्राण प्रतिष्ठा के प्रसाद की ऑनलाइन डिलेवरी के नाम पर हुई करोड़ों की ठगी के मामले में पीड़ितों के खातों में दो करोड़ 15 लाख रूपये वापस कराए गए हैं। बाकी रकम को वापस कराया जा रहा है। प्रकरण में साइबर थाना पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
शिकायतकर्ता को मैनेज करने अमेरिका से रामजन्मभूमि कार्यशाला आये अमेरिका निवासी आशीष सिंह को तत्कालीन साइबर थाना प्रभारी ने गिरफ्तार किया था और धोखाधड़ी,आईटी एक्ट और पासपोर्ट एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज करवा 18 जनवरी 24 को चालान किया था। वह वेबसाइट के माध्यम से प्राण प्रतिष्ठा का प्रसाद फ्री में घर पहुंचाने के एवज में भारतीय से न्यूनतम 51 रुपये व विदेशी नागरिकों से न्यूनतम 11 डालर शुल्क वसूल रहा था। वेबसाइट के माध्यम से ठगी गई रकम को अपनें खाते में जमा कर रहा था। विवेचना के दौरान पता चला कि वेबसाइट के माध्यम से लगभग 630695 लोगों से एस बैंक,पेटीएम,टेक्प्रोसेस,फोनपे,मोबीक्विक,लायरा वी टू,आईडीएफसी,टीएमबी आदि पेमेन्ट गेटवे के माध्यम से 38555739 रुपये जमा कराए गए। ठगी का शिकार हुए लोगों में से 372520 पीड़ितों के बैंक खातों में अब तक उनसे ठगी गई 21508426 (दो करोड 15 लाख आठ हजार 426) रूपये वापस कराया गया है और अवशेष धनराशी 17047313 रुपये वापस कराये जाने की प्रक्रिया जारी है।
एसएसपी डा गौरव ग्रोवर ने बताया कि लगभग 6 लाख 30 हजार से भी ज्यादा श्रद्धालुओं से प्रसाद वितरण के नाम पर 3 करोड़ 85 लाख रूपये की आनलाइन ठगी हुई थी। मामले की विवेचना में जुटी साइबर थाना पुलिस ने ठगी गई धनराशि को सीज करवा अभी तक पीड़ितों के खातें में 2 करोड़ 15 लाख की धनराशि वापस करायी है। अवशेष धनराशि को वापस कराया जा रहा है। उन्होंने साइबर थाने के प्रभारी निरीक्षक मो.अरशद खान,निरीक्षक धर्मेन्द्र कुमार,उपनिरीक्षक ओम प्रकाश यादव, मुख्य आरक्षी रवि यादव,राजकुमार गौतम व प्रेम प्रकाश तथा साइबर सेल के आरक्षी पंकज की टीम को 15 हजार रूपये का इनाम दिया है।
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