चमोली : भारी बारिश से चमोली जिले में मुश्किलें अभी भी कम नहीं हुई हैं। जिला मुख्यालय गोपेश्वर के बड़े इलाके को पेयजल आपूर्ति करने वाली अमृत गंगा पेयजल योजना को नुकसान पहुंचा है। इस योजना की पाइप लाइन से बूंद-बूंद ही पानी उपभोक्ताओं को मिल पा रहा है। लगभग 10 हजार से अधिक लोग पेयजल से जूझ रहे हैं। चमोली जिले के नन्दानगर में भी मंगलवार की रात्रि को हुई भारी बारिश से कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति ठप हो गई है। ग्रामीण पानी के लिए पुराने जल स्रोतों की ओर जा रहे हैं। पर वे जल स्रोत भी क्षतिग्रस्त हैं। बारिश और भूस्खलन की मुसीबत से जूझते चमोली जिले में बुधवार सुबह तक 25 लिंक मार्ग और ग्रामीण सड़कों पर मलवा आने से आवागमन प्रभावित हुआ है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दकिशोर जोशी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर अवरुद्ध सड़कों को खोले जाने का कार्य तेजी से जारी है मशीनों से सड़कों को खोला जा रहा है। जिला मुख्यालय समेत जिन भी क्षेत्रों में पेयजल योजना क्षतिग्रस्त हुई हैं उनको सुचारू करने के लिए जल संस्थान के कर्मचारी कार्य में जुटे हैं। मंगलवार को नन्दानगर के मोख, सेरा आदि गांवों में अतिवृष्टि से जो नुकसान हुआ उसके प्रभाव अब भी दिख रहे हैं। गांवों को विद्युत आपूर्ति करने वाले विद्युत लाइन पोल टूट गये हैं जिससे कई गांवों में विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी है। मुंदोली फीडर में खराबी आने से 4 गांवों की विद्युत आपूर्ति बाधित है। बोरा गाड़ फीडर में खराबी आने से कुछ गांवों की विद्युत आपूर्ति ठप है। (एजेंसी)