विस चुनाव में उतरेगा लोकतांत्रिक मोर्चा
देहरादून। उत्तराखंड लोकतांत्रिक मोर्चा ने भी आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी। मोर्चा जनता से सीधा संवाद कर हर विधानसभा में उम्मीदवार तैयार करेगा। बुधवार को रेसकोर्स में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्रीय दलों के बीच न तो आपसी समन्वय और न ही दलों की जनता के बीच पकड़ है, जिस कारण क्षेत्रीय दल हाशिये में खड़े हैं। कहा कि मोर्चा सभी जनसंगठनों के माध्यम से योग्य उम्मीदवारों को तलाशते हुए उनके लिए जन समर्थन जुटाने का काम करेगा। मोर्चा ने शिव सेना, एनसीपी, बसपा और सीपीआई, सीपीएम से संपर्क साधते हुए मजबूत रणनीति बनाने और तीसरे विकल्प को जनता से मिलकर तैयार करने का अपना संकल्प दोहराया है। बैठक में रिटायर आईएएस सुरेंद्र सिंह पांगती ने कहा कि मूल निवास का जिक्र जो संविधान में है, वह केवल एससी और एसटी के लिए है, लेकिन राज्य सरकारें भी अपने राज्य के मूल निवासियों को राज्य सरकार के संस्थानों में आरक्षण दे सकती है। रिटायर जज चिरंजीव लाल भारती ने कहा कि राज्य में लगातार उपेक्षित होते समाज की कोई सुध लेने वाला नहीं है और तीसरे विकल्प की सफलता इन्हीं पिछड़ी और उपेक्षित समाज में निहित है। बैठक में ओबीसी संगठन के कल्याण सिंह ने कहा 45 फीसदी आबादी वाला अति पिछड़े लोगों को राज्य के राजनैतिक दल निरंतर अनदेखी कर रहे हैं और अगर लोकतांत्रिक मोर्चा इस दिशा में सकारात्मक भूमिका निभाता है तो हम हर कदम पर उनके साथ खड़े दिखेंगे। इस मौके पर संचालन मोर्चा के संयोजक पीसी थपलियाल, उत्तराखंड जनता पार्टी के देव चंद उत्तराखंडी, राजेन्द्र बर्थवाल, रक्षा मोर्चा के डीपीएस रावत, सर्व विकास पार्टी के एसबी डिमरी, डॉ. विजय शंकर शुक्ला, उक्रांद की प्रमिला रावत, जब्बर सिंह पावेल, डॉ. बसंत ओली, वरिष्ठ पत्रकार शंकर भाटिया, युवा आह्वान के रोहित ध्यानी, प्रकाश गौड़, डॉ वीके गर्ग, प्रीतम सिंह कुलवंशी, एमएस सजवाण, वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल गुप्ता आदि मौजूद रहे।