रुद्रपुर। खटीमा में रहने वाले राइस मिलर सुभाष चंद्र बत्रा के फोन पर अंजान नंबर से कॉल आई। कॉलर बोला, वह मनोज बोल रहा है। उसके पिता की तबीयत खराब है। इलाज के लिए डेढ़ लाख रुपये की जरूरत है। व्यापारी ने तीन अलग-अलग अकाउंट से मनोज के बताए खाते में एक लाख 53 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। उन्हें ठगी का अहसास तब हुआ, जब मनोज आया और कहा कि उसने तो कोई फोन ही नहीं किया। पता चला कि वह एआई वॉइस स्कैम के शिकार हो गए हैं। उन्होंने पुलिस को तहरीर सौंपी है। पुलिस ने साइबर क्राइम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस को सौंपी तहरीर में राइस मिलर बत्रा ने बताया कि उसके परिचित मनोज कुमार अपने किसी काम से उत्तराखंड से बाहर गए थे। बीती आठ फरवरी को दोपहर एक बजे उनके नंबर पर कॉल आई और दूसरी तरफ से फोन करने वाले ने मनोज की आवाज में कहा कि उनके एटीएम से रुपये नहीं निकल रहे हैं। उन्हें डेढ़ लाख रुपये ट्रांसफर कर दो। वह जब खटीमा आएंगे तो खाते से निकालकर दे देंगे। उन्होंने तीन अलग-अलग खातों से रुपये बताए नंबर पर ट्रांसफर कर दिए। 17 फरवरी को जब मनोज खटीमा वापस आए तो उन्होंने ट्रांसफर की गई रकम का भुगतान करने को कहा। इस पर मनोज ने कहा कि उन्होंने कोई रकम के लिए फोन नहीं किया। इस पर उनके पांव तले जमीन खिसक गई। तब उन्हें अहसास हुआ कि वह एआई वॉइस स्कैम के शिकार हो गए हैं। मामले में वह साइबर क्राइम ऑफिस रुद्रपुर गए। कई दिन तक साइबर क्राइम की टीम जांच करती रही, लेकिन जब कोई सफलता नहीं मिली तो उन्होंने बुधवार देर शाम कोतवाली खटीमा में मुकदमा दर्ज कराया है। कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ साइबर क्राइम में मुकदमा दर्ज किया गया है। इससे पहले भी लोग साइबर ठगी के शिकार हुए हैं, लेकिन इस मामले में एक परिचित व्यक्ति की आवाज बनाकर रुपये की ठगी करना नए तरह का साइबर क्राइम है।