1अप्रैल से बनेंगे चारधाम यात्रा में संचालित वाहनों के ग्रीन कार्ड
ऋषिकेश। चारधाम यात्रा में संचालित वाहनों के ग्रीन कार्ड एक अप्रैल से बनने लगेंगे। राहत की बात यह कि इस बार ग्रीन कार्ड एक बार ही बनेगा। हर दो महीने बाद नया कार्ड बनवाने के लिए एआरटीओ के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। ग्रीनकार्ड की पूरी व्यवस्था मैनुअल की जगह ऑनलाइन रहेगी।
मंगलवार को हरिद्वार बाईपास मार्ग स्थित सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय के सभागार में आरटीओ दिनेश चंद पठौई ने टीजीएमओ, यातायात एवं पर्यटन सहकारी संघ, जीएमओ, रूपकुंड परिवहन आदि कंपनियों के पदाधिकारियों की बैठक ली। जिसमें 12 मई से प्रस्तावित चारधाम यात्रा की तैयारियों पर चर्चा की गई। बताया कि इस बार 10 सीटर टैक्सी, मैक्सी वाहनों को ग्रीनकार्ड के लिए एआरटीओ दफ्तर आने की जरूरत नहीं होगी। वाहन स्वामी को वेबसाइट ग्रीन कार्ड की वेबसाइड पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। जबकि बसों को फिटनेस और दस्तावेज की जांच के लिए एआरटीओ आना होगा। ग्रीनकार्ड ऑनलाइन ही बनेगा। बताया कि पहली बार ग्रीनकार्ड 30 नवंबर तक के लिए अधिकृत रहेगा। एआरटीओ अरविंद पांडेय ने परिवहन कंपनियों से चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए बसों की स्थिति की जानकारी ली। लोकल परिवहन व्यवस्था प्रभावित नहीं हो इसके लिए व्यापक इंतजाम रखें। परिवहन कंपनियों के पदाधिकारियों ने चारधाम यात्रा को निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए सुझाव रखे। मौके पर एआरटीओ प्रवर्तन संदीप सैनी, पंकज श्रीवास्तव, टीजीएमओ अध्यक्ष जितेंद्र नेगी, यातायात एवं पर्यटन सहकारी संघ प्रभारी प्यारेलाल जुगरान, प्रबंधक गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब दर्शन सिंह, रूपकुंड परिवहन के अध्यक्ष भूपाल नेगी, टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष विजयपाल रावत, सदस्य वीरेंद्र मिश्रा, छोटेलाल दीक्षित, मेघ सिंह चौहान, जितेंद्र चौधरी, रघुवीर सिंह रावत, बालम मेहरा आदि मौजूद थे।
रोडवेज भी यात्रा में उतरेगा: इस बार चारधाम यात्रा में रोडवेज डिपो भी बसें संचालित करेगा। नोडल अधिकारी और आरटीओ को रोडवेज डिपो के कार्यालय प्रभारी विपिन चौधरी ने बताया कि यात्रा के लिए बसों की अलग से व्यवस्था रहेगी। इस बार चारधाम के लिए बसें संचालित की जाएगी।
बीटीसी में खुलेगा काउंटर: चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड में परिवहन विभाग का काउंटर खुलेगा। जहां तैनात कर्मचारी डग्गामार वाहनों और गैर पंजीकृत ट्रेवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
ट्रीप कार्ड अनिवार्य रहेगा: ग्रीनकार्ड एक बार ही बनेगा, लेकिन इस बार एक धाम, दो धाम, तीन धाम और चारधाम यात्रा पर अलग-अलग जाने के लिए ट्रीप कार्ड बनाना जरूरी रहेगा। यह व्यवस्था ऑनलाइन ग्रीनकार्ड में ही रहेगी। साथ ही ऑनलाइन चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के नाम और पते की सूची भी अपलोड करनी होगी।