चमोली सुमना में ग्लेशियर टूटने से 10 की मौत, 7 घायल, 1 रैफर, जिला प्रशासन ने की पुष्टि
गोपेश्वर । उत्तराखंड के चमोली जनपद से लगे भारत-चीन (तिब्बत) सीमा क्षेत्र सुमना में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के र्केप के समीप ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने इसकी पुष्टि की है।
उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि नीति घाटी के सुमना में ग्लेशियर टूटने की घटना का गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत संज्ञान लिया है और मदद का आश्वासन दिया है तथा साथ ही आईटीबीपी कोसतर्क रहने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री आज शनिवार की सुबह आपदा ग्रस्त इलाके का मुआयना करने पहुंचे।मुख्यमंत्री ने आपदा ग्रस्त क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया।इस दौरान बताया गया कि आपदा ग्रस्त क्षेत्र में जगह-जगह भारी मात्रा में बर्फ है। बीआरओ सड़क खोलने में जुटा है।मुख्यमंत्री की सेना के अधिकारियों के साथ बैठककी।
सेना के अधिकारियों से बातचीत के बादमुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि नीति के पास आई इस आपदा में शुक्रवार रात से ही सेना राहत बचाव कार्य में लगी है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी के जवान और जिला प्रशासन की टीम भी युद्घ स्तर पर जुटी हुई है। सेना से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक हिमस्खलन से बीआरओ के 10 मजदूरों की मौत हो गई है, जबकि 7 मजदूर घायल हुए हैं। अभी भी 8 मजदूर लापता बताए जा रहे हैं। घायलों को इलाज के लिए जोशीमठ में सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि 384 मजदूर सुरक्षित हैं।
आपदा प्रभावित सुमना से घायलों को सेना के हेलीकप्टर से जोशीमठ लाया गया, यहां से घायलों को सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सेना के ब्रिगेडियर शानु शाह ने बताया कि सेना ने अपने दो हेलीकप्टर आपदा प्रभावित क्षेत्र में लगाए हैं। जोशीमठ-मलारी हाईवे पर भारी बर्फ जमा होने के कारण हेलीकप्टर से ही जरुरी सामग्री लाने व ले जाने की सुविधा दी गई है।
बीआरओ के जो सात मजदूर घायल हुए हैं, उनमें रायबोंडाला (30), अनुज कुमार (18), फिलिप (21), कल्याण (40), मंगलदास (33), संजय (25) और महिंद्र मुंडा (41) शामिल हैं। सभी घायलों का जोशीमठ में सेना अस्पताल में इलाज भी शुरू कर दिया गया है।
इस आपदा से संबंधित जानकारी के लिए चमोली जिला प्रशासन ने हेल्प नंबर जारी किए हैं। जिला सूचना अधिकारी रविंद्र सिंह नेगी ने बताया कि दूरभाष नंबर 9068187120, 7579004644, 7055753124, 7830839443 और टोल फ्री नंबर 01372-251437 नंबर पर हादसे की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
वैज्ञानिकों ने जतायी स्नो एवलांच की संभावना
सुमना मेंबीआरओ के मजदूर सड़क निर्माण कार्य में जुटे हुए थे। अत्यधिक बर्फबारी होने से सीमा क्षेत्र में वायरलेस टेस भी काम नहीं कर रहे हैं। पिछले तीन दिनों से नीती घाटी में अत्यधिक बर्फबारी हो रही है। मलारी से आगे जोशीमठ-मलारी हाईवे भी बर्फ से ढक गया है, जिससे सेना और आईटीबीपी के वाहनों की आवाजाही भी बाधितहो गई है।
वाडिया इंस्टीट्यूट अफ हिमालयन जियोलजी के निदेशक ड़क कालाचाँद सांई का कहना है कि पिछले तीन दिनों से हो रही बर्फबारी से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर बर्फ जमा हो गई है, जिसके चलते स्नो एवलांच की पूरी संभावना है। एवलांच की सबसे अधिक संभावना उन पहाड़ियों पर अधिक होती हैं जिनका ढलान बहुत अधिक होता है।
सीएम ने जारी किया अलर्ट, परियोजनाओं में रात में काम रोकने के निर्देश
सीएम तीरथ सिंह रावत ने घटना का संज्ञान लेकर तत्काल अलर्ट जारी कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि वे निरंतर बीआरओ और जिला प्रशासन के संपर्क में हैं।
बताया कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि घटना की जल्द पूरी जानकारी पता कर सूचित करें। साथ ही एनटीपीसी और अन्य परियोजनाओं में रात में काम करने पर रोक लगाने के आदेश दिए गए हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।