103 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गया प्रसाद पंचभैया का निधन
नई टिहरी। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पूर्व नगरपंचायत अध्यक्ष गया प्रसाद पंचभैया का निधन हो गया। 103 वर्षीय गया प्रसाद पंचभैया के अंतिम संस्कार में लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। उनके निधन पर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने शोक व्यक्त किया। युवा पीढ़ी के प्रेरणा स्रोत रहे पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष गया प्रसाद पहले ऐसे पहले व्यक्ति थे जिनका नगर में शतायु समारोह आयोजित भी आयोजित किया गया था। 5 मई 1918 को जन्मे गया प्रसाद पंचभैया ने स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। 1957 में निकाय के अध्यक्ष बने। तीर्थनगरी देवप्रयाग को आधुनिक स्वरूप दिये जाने में उनकी प्रमुख भूमिका रही। उनके कार्यकाल में गाजियाबाद के अभियन्ताओं ने देवप्रयाग मोटर स्टेशन से पौड़ी जिला स्थित बाहबाजार तक पक्के मार्गों का निर्माण किया गया था। यातायात सहकारिता के अध्यक्ष रहते उन्होंने यात्रा मार्गों के यातायात के सुधार में महत्वपूर्ण योगदान किया। बदरीनाथ में तप्तकुंड आंदोलन और तीर्थ पुरोहितों के अधिकारों की लड़ाई में आगे रहे। समाज हित के कार्यों में हमेशा आगे रहने वाले पंचभैया स्वरोजगार के बड़े पक्षधर थे। वह युवाओं को हमेशा उद्यमशील बनने के लिए प्रेरित करते थे। स्व. पंचभैया निजी मोटर कंपनी यातायात के संचालक मंडल के अध्यक्ष भी रहे। उनके निधन की खबर पर समाजसेवियों, साहित्यकारों विभिन्न संगठनो ने शोक व्यक्त किया। शुक्रवार को उनके पैतृक मकान से फूलमालाओं और ढोल-नंगाड़ो के साथ उनके पार्थिव शरीर को भागीरथी घाट पर लाया गया। उनके निधन पर क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी, पूर्व कबीना मंत्री दिवाकर भट्ट, मंत्री प्रसाद नैथानी ने उनके निधन पर शोक जताया। अन्तिम यात्रा में श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डा. पीताम्बर ध्यानी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष त्रिलोक रावत, भाजपा मंडल अध्यक्ष अशोक तिवाड़ी प्रेमनारायण मेवाडगुरु,डॉ. गिरधर पंडित, विजय ध्यानी, गोविंद प्रसाद पंचभैया, पद्मनाथ पंडित धनुशधारी, चंन्द्र बल्लभ बर्थवाल, गणेशशंकर ध्यानी, रमावल्लभ भट्ट, नन्दन टोडरिया आदि मौजूद रहे।