हरिद्वार()। हरिद्वार-देहरादून रेलवे ट्रैक सोमवार को सुबह करीब तीन घंटे तक बंद रहा। इस दौरान रेलवे ट्रैक से गुजरने वाली 11 ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो गया। यह ट्रेनें करीब तीन घंटे विलंब से संचालित हुई। देरी के कारण ट्रेन से सफर कर रहे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। सोमवार को सुबह करीब 6:30 बजे हरिद्वार से देहरादून जा रही ट्रेन संख्या 13009 दून एक्सप्रेस की चपेट में एक शिशु हाथी आ गया। जिस समय हादसा हुआ उस समय शिशु हाथी ट्रैक पार कर रहा था। इस दौरान ट्रेन की भीषण टक्कर से शिशु हाथी की मौके पर मौत हो गई। मौके पर हाथी का बच्चा ट्रेन के इंजन के नीचे फंस गया। ट्रेन के पायलट और लोको पायलट ने ट्रेन को ट्रैक के बीचों बीच रोक दिया। इस कारण सुबह के समय हरिद्वार से देहरादून और हरिद्वार से ऋषिकेश तक आने जाने वाली 11 ट्रेनें प्रभावित हो गई।
शिशु हाथी की मौत के बाद दो घंटे तक मौके पर ही डटा रहा गुस्साये हाथियों का झुंड
हावड़ा एक्सप्रेस से शिशु हाथी की मौत के बाद जंगल में मातम और गुस्सा दोनों नजर आया। हादसे के कुछ ही देर बाद हाथियों का बड़ा झुंड मौके पर पहुंच गया और करीब दो घंटे तक रेलवे ट्रैक के आसपास ही डटा रहा। स्थिति ऐसी थी कि ट्रेन मौके पर रोक दी गई और किसी को भी डिब्बों से बाहर नहीं निकलने दिया गया। शिशु हाथी जिस झुंड से अलग हुआ था, वह पांच हाथियों का परिवार था, जो अक्सर सात की संख्या में इस क्षेत्र में घूमता रहता है। लेकिन सोमवार सुबह हादसे के बाद करीब आठ हाथी इकट्ठा होकर ट्रैक किनारे खड़े रहे। झुंड बार-बार चहलकदमी करता रहा और कई बार जोर से चिंघाड़ भी की, जिससे राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क और रेलवे कर्मचारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।