बलिया , प्रयागराज में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई भगदड़ में बलिया जिले के एक ही परिवार के दो लोगों की मौत से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। बलिया के फेफना थाना क्षेत्र के नसीराबाद गांव से पांच लोग प्रयागराज स्नान के लिए गए थे, लेकिन यह यात्रा उनके लिए त्रासदी में बदल गई। घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, 28 जनवरी को ट्रेन से यह परिवार प्रयागराज गया था। लेकिन देर रात भीषण भगदड़ में 35 वर्षीय रीना देवी और उनकी 12 वर्षीय बेटी रोशनी की दर्दनाक मौत हो गई।परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और प्रयागराज में प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा है। घटना के बाद परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं। सास, बहू, बेटा, नातिन और एक मौसी इस धार्मिक यात्रा के लिए निकले थे, लेकिन यह दुखद हादसा उनकी जिंदगी में अंधकार बनकर आ गया।इस दर्दनाक हादसे के बाद नसीराबाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन की अव्यवस्थाओं पर सवाल उठाए हैं और मांग की है कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच हो।अब सवाल यह उठता है कि आस्था के इस महाकुंभ में क्या सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम थे? क्या प्रशासन इस हादसे को रोक सकता था? इन सवालों के जवाब मिलना अभी बाकी है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर कुंभ में भीड़ प्रबंधन की तैयारियों पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है।