उत्तराखंड

1430 बच्चों को भिक्षावृत्ति से निकाल थमाई किबातें: डीजीपी

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-आपरेशन मुक्ति अभियान के तहत भिक्षावृत्ति में लिप्त 4091 बच्चों का किया सत्यापन
– रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में बोले पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून : पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि प्रदेश में आपरेशन मुक्ति अभियान के तहत भिक्षावृत्ति में लिप्त करीब 4091 बच्चों का सत्यापन किया गया, जिनमें से 1430 बच्चों को पुलिस की ओर से विभिन्न स्कूलों व डे केयर होम में दाखिला दिलवाकर हाथों में किताबें थमाई।
भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के पुनर्वास के लिए पुलिस के अभियान ‘आपरेशन मुक्ति’ के तहत रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि माता-पिता की ओर से बच्चों को स्कूलों से निकालकर दोबारा भिक्षावृत्ति की ओर ले जाने की बातें सामने आ रही हैं। ऐसे अभिभावकों के लिए बच्चे ही आय का मुख्य साधन होते हैं। ऐसे में बच्चों को भिक्षावृत्ति से दूर करने के लिए उनके अभिभावकों के लिए आजीविका के साधन को ढूंढना भी एक चुनौती है। इस दिशा में पुलिस निरंतर प्रयास कर रही है।
एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने कहा कि अभियान के तहत पुलिस की ओर से अन्य कार्यदायी संस्थाओं के साथ मिलकर भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों की शिक्षा व पुनर्वास की दिशा में अच्छा प्रयास किया जा रहा है। पुलिस के इस अभियान को और आगे बढ़ाने के लिए सभी को यह समझना होगा कि भिक्षावृत्ति में लिप्त ऐसे बच्चों को भी पूरे सम्मान के साथ जीवन यापन करने का पूरा अधिकार है। जब भी हम बच्चे को भिक्षा देते हैं तो हम उसे दया करते अनजाने में ही सही पर जिंदगी भर के लिए भिक्षुक बना देते हैं। इससे उन्हें भिक्षावृत्ति की आदत पड़ जाती है। कार्यक्रम के दौरान पुलिस महानिदेशक की ओर से अभियान के तहत बच्चों की शिक्षा व उनके पुनर्वास के लिए आगे आई संस्थाओं व विभागों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं बच्चों को ट्रेक शूट, स्टेशनरी, सिलाई मशीन, स्कूल बैग वितरित किए। इस मौके पर अपर पुलिस महानिदेशक पीवीके प्रसाद व अभिनव कुमार, आइजी संजय गुंज्याल, वी मुरुगेशन, पूरण सिंह रावत, एपी अंशुमान, डीआइजी नीरू गर्ग व मुख्तार मोहसिन, एसपी सिटी सरिता डोबाल भी मौजूद रहे।

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