पुरोला । प्रदेश सरकार भले ही दूरदराज क्षेत्र के गांवों को सड़क से जोड़ने का दावा कर रही है, लेकिन पहाड़ों के दर्जनों गांव सड़क से कई किलोमीटर दूर हैं। यहां तक कि स्वीत सड़कों पर भी काम नहीं हो रहा है। पुरोला ब्लक के सुदूरवर्ती क्षेत्र सांखाल, कामरा और मटियालोड गांव को सड़क से जोड़ने के लिए वर्ष 2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवाड़ी ने घोषणा की थी, लेकिन अभी तक इस सड़क पर निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है। सड़क न होने के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वर्ष 2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री ने लाखामंडल-घेडिया पुल से सांखाल तक 6 किमी मोटर सड़क की घोषणा की थी। वर्ष 2009-10 में लोनिवि पुरोला ने घेडिया पुल से नाडा गांव तक चार किमी मोटर मार्ग निर्माण किया। कितु सांखाल, कामरा व मटियालोड गांव को आज भी सड़क से नहीं जोड़ा। सांखाल के संजय कुमार वर्मा , संजय लाल,भगत सिंह, राजेंद्र, गोपाल ने कहा कि सांखाल, कामरा, मटियालोड तीनों गांव में अनुसूचित जाति के 42 परिवार निवास करते हैं। 2018 में नाडा पुल तक रोड निर्माण के बाद लोनिवि ने आगे दो किमी निर्माण छोड़ दिया। ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों से सड़क निर्माण के लिए गुहार लगायी। दिसंबर 2020 में भी ग्रामीणों के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को ज्ञापन दिया। जिलाधिकारी ने लोनिवि पुरोला को सड़क निर्माण पूरा करने के आदेश दिए थे, लेकिन अभी तक निर्माण शुरू नहीं हो सकता है। अधिशासी अभियंता धीरेन्द्र कुमार ने कहा कि नाडा बैंड से आगे सांखाल, कामरा मटियालोड तक दो किमी सड़क निर्माण के लिए फिर से प्राकलन शासन को भेजा गया है, स्वीति व बजट मिलते ही निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।