मंगलुरु ,। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले और देशभर में फैले गुस्से के माहौल के बीच कर्नाटक के मंगलुरु जिले से एक विचलित करने वाली घटना सामने आई है। यहां पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के आरोप में भीड़ ने एक दिहाड़ी मजदूर की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बुधवार को बताया कि मृतक की पहचान केरल के वायनाड निवासी अशरफ (्रह्यद्धह्म्ड्डद्घ) के रूप में हुई है। अशरफ मंगलुरु में मजदूरी का काम करता था। पुलिस ने इस हत्या के संबंध में अब तक 20 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है, जबकि इस घटना में शामिल अन्य 5 आरोपियों की तलाश जारी है।यह घटना बीते रविवार की शाम करीब 5.30 बजे उस समय प्रकाश में आई जब पुलिस को कुडुपु इलाके में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली। शुरुआती तौर पर शव पर कोई बाहरी चोट का निशान नहीं दिख रहा था, जिसके चलते पुलिस ने शुरुआत में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया था और शव को पोस्टमार्टम के लिए वेनलॉक जिला अस्पताल भेजा गया था। कुलशेखर निवासी दीपक कुमार ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
पुलिस ने घटना स्थल से मिले सुरागों और सोशल मीडिया पर साझा किए गए तस्वीरों और वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की और उनकी धरपकड़ शुरू की। पुलिस की शुरुआती जांच और आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि क्रिकेट मैच देखने के दौरान अशरफ ने कथित तौर पर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए थे। इससे वहां मौजूद करीब 25 युवक भडक़ गए और उन्होंने अशरफ पर हमला कर दिया। इन युवकों ने अशरफ को बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई।
मंगलुरु के कुडुपु में हुई इस मॉब लिंचिंग की घटना पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जांच पूरी होने के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने यह भी साफ किया कि पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाना सरासर गलत है और यह देशद्रोह के समान है, लेकिन किसी भी व्यक्ति को कानून को अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा और दोषियों को सजा मिलेगी।