जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : ओवर लोडिंग के खिलाफ ट्रक चालक, परिचार व स्वामियों के आंदोलन के बीच मोटर मालिक व व्यापार मंडल आमने सामने आ गया है। एक ओर जहां ट्रक चालक ओवर लोडिंग रोकने की मांग उठा रहे हैं तो वहीं, व्यापारी ट्रक चालक, परिचालक व स्वामियों पर उनके माल वाहक वाहनों को रोकने का आरोप लगा रहे हैं। दोनों पक्षों ने इस संबंध में शासन-प्रशासन को ज्ञापन भेजा।
मालूम हो कि ट्रक चालक ओवर लोडिंग के खिलाफ पिछले तीन दिन से आंदोलन पर डटे हुए हैं। इसी के तहत मोटर मालिक चालक संघ के अध्यक्ष दिनेश तडियाल के नेतृत्व में मोटर मालिक व चालक उपजिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचे। उन्होंने उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में कहा कि वर्तमान में ओवरलोड के नाम पर मोटर मालिकों व चालकों को परेशान किया जा रहा है। जबकि, दूसरे प्रदेशों से भारी मालवाहक वाहन ओवरलोड होकर पहाड़ों की तरफ से बेखौफ चल रहे हैं। भारी वाहनों के आवागमन के कारण पुलों को भी खतरा पैदा हो रहा है। ज्ञापन में ओवरलोड पर पूरी तरह से प्रतिबंधित कर अंडरलोड लागू करने की मांग की गई। साथ ही भारी वाहनों की चैकिंग राज्य की पुलिस से हटाकर परिवहन विभाग को जिम्मेदारी देने की भी मांग की गई। वाहनों के भार मापन के लिए सिद्धबली बैरियर के निकट धर्मकांटा स्थापित करने की भी मांग उठाई। ज्ञापन सौंपने वालों में कुलदीप बिष्ट, राजकुमार जोशी, सुशील रावत मौजूद रहे।
यह है व्यापारियों का आरोप
व्यापारियों ने कहा कि मोटर मालिक चालक संघ के आंदोलन के कारण व्यापारियों का सामान पहाड़ों में नहीं जा पा रहा है। जिससे उन्हें प्रतिदिन लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रवीन भाटिया ने कहा कि पिछले तीन दिनों से अवैधानिक तरीके से पहाड़ों को भेजे सामान से भरे ट्रकों को सिद्धबली बैरियर के निकट रोका जा रहा है, जिस कारण उनका सामान गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहा है। कहा कि ट्रकों को रोके जाने से पर्वतीय क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं का अभाव पैदा हो गया है। उन्होंने उपजिलाधिकारी से व्यवस्था को सुचारू किए जाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में जिलाध्यक्ष विवेक अग्रवाल, महामंत्री नवीन गोयल, सुबोध कर्णवाल भी मौजूद रहे।