देहरादून। देहरादून निवासी युवती को इंग्लैंड में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि रेनी इमिग्रेशन नाम की कंपनी के संचालक दंपति ने युवती से 25.70 लाख रुपये लेकर इंग्लैंड भेजने के फर्जी दस्तावेज थमा दिए। मामले में बसंत विहार थाना पुलिस ने आरोपी दंपति के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता कुमारी सारंग श्रीवास्तव निवासी अनुपम विहार, इंजीनियर एंक्लेव, कांवली ने एसएसपी कार्यालय में शिकायत दी। शिकायत में कहा कि उसे और उसकी मां को किसी परिचित ने बताया कि आनंद गुप्ता और उनकी पत्नी तानिया गुप्ता विदेश भेजने का कार्य करते हैं। मार्च 2024 के पहले सप्ताह में मां बेटी रेनी इमिग्रेशन के कार्यालय अनुराग चौक, देहरादून गए। वहां आरोपियों ने इंग्लैंड का वीजा दिलाने और वहां नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाया। आनंद गुप्ता ने बताया कि उनकी पत्नी तानिया गुप्ता यूरोपीय देशों में युवाओं को भेजने का काम करती हैं और वह दुबई से आकर उनका काम कराएगी। आरोप है कि अनुसार आनंद गुप्ता और तानिया गुप्ता ने अलग-अलग तारीखों पर 25.70 लाख रुपये लिए लिए। इसके बाद पीड़िता को तीन फर्जी स्पॉन्सरशिप प्रमाण पत्र दिए गए। जिनकी जांच करने पर वे नकली पाए गए। इसके अलावा आरोपी दंपति ने इंग्लैंड वीजा की प्रक्रिया के तहत फर्जी मेल तैयार कर उसे भेजा। जब पीड़िता ने स्वयं ब्रिटेन होम ऑफिस और यूके एंबेसी से संपर्क किया तो उसे असली मेल मिला। जिसमें यह स्पष्ट था कि उसके वीजा आवेदन में एजेंट ने फर्जी दस्तावेज लगाए गए थे। जब पीड़िता ने अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपी कार्यालय से गायब हो गए और अब फोन पर धमकियां दे रहे हैं। पीड़िता ने आरोप लगाया कि तानिया गुप्ता के पिता आदित्य रंजन उनका पीछा कर रहे हैं और किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। बसंत विहार थानाध्यक्ष प्रदीप रावत ने तहरीर पर आरोपी दंपति के खिलाफ विदेश भेजने का झांसा देकर रकम ठगने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।