25 लाख से अधिक लोगों को दी गई वैक्घ्सीन, 7 दिनों से 146 जिलों में कोरोना का एक भी नया मामला नहीं
नई दिल्ली, एजेंसी। देश में कोरोना वायरस और वैक्घ्सीन की स्थिति पर स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि गुरुवार 2 बजे तक 25 लाख से अधिक कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं। देश में इस वक्त 1,73,000 सक्रिय मामले है। कोरोना से प्रतिदिन होने वाली मृत्यु 125 से कम हो गई हैं। केरल और महाराष्ट्र में सक्रिय मामले ज्यादा हैं। देश के 146 जिलों में पिछले 7 दिनों से कोरोना वायरस का एक भी नया सक्रिय मामला नहीं है।
उन्होंने कहा कि पहले 10 लाख लोगों को टीकाकरण तक पहुंचने के लिए भारत सबसे तेज था। हमने इसे 6 दिनों के भीतर हासिल किया। अमेरिका ने 10 दिनों में, स्पेन ने 12 दिनों में, इजराइल ने 14 दिनों में, ब्रिटेन ने 19 दिनों में, जर्मनी ने 20 दिनों में और यूएई ने 27 दिनों में यह किया। 16 जनवरी को हमने 3,374 वैक्सीनेशन सेशन किए। 19 जनवरी को संख्या बढ़ाकर 3,800 सेशन किए। 22 जनवरी को 6,200 सेशन किए। 25 जनवरी को 7,700 वैक्सीन सेशन किए। आज 9,000 केंद्रों पर वैक्सीन देने की प्रकिया चल रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि टीकाकरण में ओडिशा, हरियाणा, राजस्थान, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश का बेहतर प्रदर्शन रहा। इन राज्यों में 35 फीसद से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया गया। वहीं तमिलनाडु, दिल्ली, झारखंड, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र में 21 फीसद से कम टीकाकरण किया गया, इसमें सुधार की आवश्यकता है।
आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने कहा कि ब्रिटेन में पाया गया कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन अब 70 देशों में मौजूद है और हमने भारत में इसके 164 मामलों की पहचान की है। हम 23-23 दिसंबर को ब्रिटेन से आने वाले पहले मामले को खोज निकाला। एक सप्ताह के समय में हम इन रोगियों और क्लचर से रक्त एकत्र करने में सक्षम थे।
उन्होंने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि वर्तमान टीका ब्रिटेन में पाए गए नए स्ट्रेन पर काम कर रहा है या नहीं। हमारे पास इस पर काम करने वाली कुछ टीकों के बारे में प्रारंभिक रिपोर्ट हैं। हमने उन रोगियों के डेटा को देखा, जिन्हें कोवाक्सिन से इम्घ्यून किया गया था। हमने उनका रक्त निकाला, सीरम निकाला और कल्चर वायरस के साथ टेस्ट किया।