उत्तरकाशी। गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में सुरक्षा कार्यों के लिए राज्य कारिणी समिति ने 2720.20 लाख की कार्य योजनाओं की मंजूरी दी है। इतना ही नही समिति की ओ से वरूणावत पर्वत के निचले हिस्से में भूस्खलन से सुरक्षा के लिए प्रस्तावित कार्यों के लिए भी 499.92 लाख व बगोरी में तटबंध निर्माण हेतु 57.20 लाख की मंजूरी प्रदान की है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि मानसून काल के दौरान अतिवृष्टि के कारण गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में नदियों में कटाव होने एवं मलबा आने के कारण काफी नुकसान हुआ था। जिसे देखते हुए प्रभावित जगहों पर आपदा प्रबंधन की मदों में सुरक्षा कार्य किए जाने के लिए जिला स्तर से कई प्रस्ताव शासन को स्वीकृति के लिए भेजे गए थे। बताया कि सीएस राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में संपन्न राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक में जिले के प्रस्तावों पर विचार कर मंजूरी दी है। इन सभी योजनाओं के लिए जल्द ही वित्तीय स्वीकृति प्राप्त हो जाएगी। बताया कि बैठक में यमुनोत्री धाम में मंदिर एवं जानकी चट्टी में श्री राम मंदिर से अखोली पुल तक यमुना नदी के दोनो तरफ बाढ़ सुरक्षा कार्यों के लिए 1956.85 लाख की योजना को स्वीकृति प्रदान की है। राज्य कार्यकारिणी समिति द्वारा गंगोत्री धाम में स्थित आश्रम, धर्मशाला भवनों एव मंदिर परिसर की सुरक्षात्मक कार्य-योजना हेतु प्रस्तावित हैं जिनके लिए 402.50 लाख की कार्ययोजना के साथ ही स्टील गार्डर पुल के डाउनस्ट्रीम में भागीरथी नदी के दायें तट पर स्थित भवनों के सुरक्षात्मक कार्य के लिए प्रस्तावित 143.61 लाख की लागत की योजना अनुमोदित की गई है। गंगोत्री धाम में भागीरथी नदी के बाएं तट पर आचार्य कुटीर एवं दांयें तट पर हंस गुफा के निकट सुरक्षात्मक कार्यों हेतु भी 216.84 लाख की लागत की योजना को स्वीकृति मिली है। डॉ. बिष्ट ने बताया कि उत्तरकाशी में वरूणावत पर्वत की नीचे की ओर मस्जिद मोहल्ला से जल निगम कार्यालय गुफियारा तक भूस्खलन भाग में रॉक फॉल बैरियर का सुदृढ़ीकरण-विस्तारीकरण-पुनर्स्थापना कार्य एवं भूस्खलन वाले भाग के नीचे आधुनिक गैबियन चैकडेम का कार्य प्रस्तावित किया गया है। जिसके लिए 499.92 लाख की लागत की योजना प्रस्ताव को बैठक में अनुमोदित कर दिया गया है। वहीं बगोरी (हर्षिल) में भागीरथी नदी के दाहिने तट पर नदी के कटाव से सुरक्षा हेतु तटबंध निर्माण के लिए 57.32 लाख की योजना के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।