उच्चशिक्षा में कोरोना से 3 प्राचार्य और 4 प्रोफेसरों की मौत
हल्द्वानी। कोरोना संक्रमण से तमाम विभागों में अधिकारियों और अधिकारियों की मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। उससे उच्चशिक्षा विभाग भी अछूता नहीं रहा है। कोरोना से उच्चशिक्षा विभाग को बड़ी क्षति हुई है। कोरोना से विभाग के 2 प्राचार्यों, 4 प्रोफेसरों और कार्मिक समेत आठ लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के चलते उच्चशिक्षा विभाग में बड़ा नुकसान हुआ है। विभाग अबतक अपने दो वरिष्ठ प्राचार्यों और 4 प्रोफेसर समेत एक कार्मिक को खो चुका है। इसके चलते उच्चशिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सदमे में हैं। ऋषिकेश डिग्री कालेज के प्रोफेसर डॉ. राजेश नौटियाल की मौत इसका ताजा उदाहरण है। कोरोना से राजकीय महाविद्यालय गंगोलीहाट के प्राचार्य चंद्र प्रकाश, राजकीय महाविद्यालय टनकपुर की प्राचार्य डॉ. गुड्डी प्रकाश व सोमेश्वर डिग्री कालेज की प्राचार्य डा. प्रवीन जैन का निधन हो चुका है। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रुद्रपुर की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. भगवती जोशी, राजकीय महाविद्यालय अगरोड (टिहरी) में तैनात नवनियुक्त असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र शाह का निधन हो चुका है। इससे पहले एमबीपीजी कालेज हल्द्वानी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. महिमा जोशी का भी कोरोना महामारी से असमय देहांत हो चुका है। पिछले माह राजकीय महाविद्यालय रिखरीखाल(पौड़ी) में कार्यरत कार्मिक राजू का भी कोरोना से निधन हो गया। इस प्रकार देखा जाए तो उच्चशिक्षा विभाग में कोरोना से अबतक 8 कार्मिकों की मौत हो चुका है। उच्चशिक्षा निदेशक डा. कुमकुम रौतेला ने बताया कि कोरोना से उच्चशिक्षा विभाग अपने परिवार के 8 सदस्यों को खो चुका है। कोरोना महामारी से उच्च शिक्षा विभाग को बहुत बड़ी क्षति पहुंची है। उन्होंने बताया कि विभाग के जिन लोगों की मौत हुई है यदि उनके परिजन आवेदन करते हैं तो योग्य पाए जाने पर परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाएगी।