जयन्त प्रतिनिनिधि।
कोटद्वार : यदि चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी आपकों उपयुक्त नहीं लगते तो आप नोटा का प्रयोग कर सकते हैं। नगर निगम चुनाव में भी 377 लोगों ने मत पत्र में शामिल नोटा का प्रयोग किया है। यही नहीं निकाय चुनाव में 2691 मतपत्र रद्द भी हुए हैं।
निकाय चुनाव का परिणाम घोषित हो चुका है। मतदाताओं ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शैलेंद्र सिंह रावत को 38173 व कांग्रेस की प्रत्याशी 23941, निर्दलीय प्रत्याशी महेंद्र पाल रावत को 8059, उक्रांद प्रत्याशी महेंद्र रावत को 1263, बसपा प्रत्याशी महेश नेगी को 806, निर्दलीय प्रत्याशी गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल को 426 मत प्राप्त हुए। मतदान में 377 ने नोटा का प्रयोग किया। दरअसल, अगर चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशी मतदाता के लिहाज से उपयुक्त नहीं हैं तो वह नोटा को अपना वोट दे सकता है। ऐसे में 377 मतदाता ऐसे थे जिन्हें चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी पसंद नहीं आए। सबसे अधिक नोटा का प्रयोग वार्ड नंबर 12 में 22, वार्ड नंबर 24 में 20, वार्ड नंबर छह में 17 लोगों ने किया। वहीं, निकाय चुनाव को लेकर बनाए गए 108 बूथों पर 2691 मत पद रद्द हुए है। कई मतदाताओं ने प्रत्याशी के नाम के समीप मोहर लगाने के बजाय अपना अंगूठा व हस्ताक्षर ही किए हुए थे। जबकि, वोट खराब न हो इसके लिए प्रशासन लगातार मतदाताओं को भी जागरूक करने में जुटा हुआ था। वार्ड नंबर-22 में सबसे अधिक-115, वार्ड नंबर-14 में 113, वार्ड नंबर-37 में 110, वार्ड नंबर-छह में 98 मत रद्द हुए हैं। चुनाव से पूर्व प्रशासन ने मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यक्रम भी चलाए थे।