श्रीनगर ,ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाई पाकिस्तान की सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कश्मीर में मरनासन्न आतंकवाद को जिंदा करने के लिए बड़े पैमाने पर घुसपैठ का षडयंत्र रचा है। इसके तहत नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ लगे इलाकों में और जम्मू-कश्मीर व पंजाब की अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट कई नए लॉन्चिंग पैड सक्रिय किए गए हैं।
सूत्रों ने बताया कि करीब एक दर्जन नए लॉन्चिंग पैड पिछले एक माह के दौरान एलओसी के पार सक्रिय हुए हैं। ये प्रमुख जगहें राजौरी-पुंछ, बारामुला-कुपवाड़ा और गुरेज के पास बताई जा रही हैं। साथ ही जम्मू के सांबा जिले के अंतरराष्ट्रीय सीमा पार लूनी और बड़ा बाबा मसरुर क्षेत्र में भी दो नए लॉन्चिंग पैड शुरू होने की सूचना है। प्रत्येक लॉन्चिंग पैड पर लगभग दो-तीन आतंकियों की मौजूदगी बताई जा रही है, कुल मिलाकर करीब 40 आतंकी सक्रिय बताए जा रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि इन आतंकियों में अधिकांश पाकिस्तानी पंजाब और ग़ुलाम जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं, जबकि कुछ के कश्मीरी होने का दावा भी किया जा रहा है। कई ऐसे कश्मीरी आतंकियों की पहचान हुई है जो पिछले कुछ वर्षों में घाटी से अचानक लापता हुए थे या पासपोर्ट के आधार पर पाकिस्तान गए थे।
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, इन लॉन्चिंग पैडों पर मौजूद आतंकियों को पाकिस्तानी सेना के विशेष दस्ते (एसएसजी) के साथ कुछ दिनों तक प्रशिक्षण भी दिया गया। इनके हैंडलर और आईएसआई अक्टूबर-नवंबर में इन आतंकियों को घाटी में घुसाने की फिराक में हैं। कोशिश यही है कि हिमपात शुरू होने से पहले—यानी सर्दियों आने से पहले—उन्हें घाटी के अंदर स्थित सेफहाउसों तक पहुंचा दिया जाए।