जौलजीबी में गोरी नदी का जलस्तर बढ़ने से 400 परिवारों ने जागरण कर बीताई रात
पिथौरागढ़। काली-गोरी नदी के संगम पर बसे जौलजीबी के 400 परिवारों के लिए सोमवार की रात दहशत में बीताई। नदी के तेज बहाव को देख रात भर लोगों ने जागरण किया और भगवान से सलामती के लिए प्रार्थना की। जौलजीबी के लोग बीते सोमवार की रात कभी नहीं भूल पाएंगे। भारी बारिश के बाद काली और गोरी दोनों ही नदियां प्रचंड वेग में बह रही हैं। उस पर दोनों के संगम ने नदी के बहाव को और रफ्तार दे दी। जौलजीबी व्यापार संघ अध्यक्ष धीरेंद्र धर्मशक्तू ने बताया क्षेत्र में बीते दो दिन से भारी बारिश हुई है। इससे काली और गोरी नदियां उफान पर हैं। कहा बीते रोज नदी का पानी मेला स्थल परिसर तक पहुंच गया। इससे जौलजीबी के लोग दहशत में आ गए। कहा डर के कारण वहां रहने वाले 400 परिवार रात भर नहीं सोए। कहा दोनों नदियों का संगम स्थल होने से जौलजीबी में जान माल का खतरा अधिक है। लोग लंबे समस से सुरक्षा दीवार की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। लोगों का कहना है जब तक कोई बड़ी दुर्घटना नहीं घट जाती शासन-प्रशासन गंभीरता नहीं दिखेगा। स्थानीय निवासी हरीश ओझा, दानी भंडारी, ललित जोशी, शकुंतला दताल ने सुरक्षा दीवार निर्माण नहीं होने पर नाराजगी जताई है।