दौसा में डंपर हादसे में 5 की मौत, 10 लोग गंभीर रूप से घायल
दौसा , लालसोट के बस स्टैंड पर रविवार को एक भीषण हादसा हुआ, जिसमें तेज रफ्तार डंपर ने कई बाइक सवारों को कुचल दिया। इस दर्दनाक दुर्घटना में 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि डंपर के ब्रेक फेल होने के कारण यह हादसा हुआ, जिससे वह बस से भिडक़र भीड़ में जा घुसा। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, दोनों वाहनों के नीचे दबे हुए करीब 15 लोगों को बचाने के लिए क्रेन की मदद ली गई। घायलों में 10 गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को लालसोट और दौसा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर सीताराम मीणा ने जानकारी दी कि 15 लोगों को अस्पताल लाया गया था, जिनमें से 4 की पहले ही मौत हो चुकी थी। इलाज के दौरान एक और व्यक्ति की मौत हो गई। मृतकों में 14 साल की लक्ष्मी महावर और 33 साल के रेवड़ (गेंडालाल के पुत्र) की पहचान हुई है।घायलों की सूची में बिरमा (45) पत्नी जगदीश, अर्चना (35), हाकिम सिंह (60), छाजुसिंह, गोलू (14) पुत्र लल्लू महावर, मानसिंह (14) पुत्र बजरंग, उर्मिला (40) पत्नी शंभूदयाल, पूजा (30), अजय (33) पुत्र जेनेंद्र, और कस्तूरी (34) पत्नी रामफूल शामिल हैं। इन्हें दौसा और अन्य अस्पतालों में रेफर किया गया है।
दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शी पप्पू बहरूपिया (52) ने बताया कि वह मूंगफली खरीद रहे थे जब अचानक बस उनके ऊपर चढ़ गई। बिरमा देवी ने भी बताया कि वह बस से उतरकर दूसरी तरफ जा रही थीं जब यह घटना घटी, जिसमें उनकी बेटी तो बच गई लेकिन उन्हें गंभीर चोटें आई हैं।
स्थानीय पीसीसी मेंबर कमल मीणा ने इस हादसे के लिए पुलिस-प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि भारी वाहनों की नो एंट्री के बावजूद बजरी से भरे डंपर भीड़-भाड़ वाले इलाकों में प्रवेश कर रहे हैं। तीन दिन पहले लालसोट के व्यापारी इसी समस्या को लेकर धरने पर बैठे थे, लेकिन प्रशासन ने उनकी आवाज़ को अनसुना कर दिया।
इस दुर्घटना ने पूरे इलाके में सुरक्षा और अव्यवस्थाओं के प्रति चिंता बढ़ा दी है, और अब स्थानीय लोगों की मांग है कि प्रशासन सख्त कदम उठाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
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