कंपनी पर लगाया 50 हजार का जुर्माना
चमोली। हेलंग अणीमठ से मारवाड़ी तक बदरीनाथ बाईपास के निर्माण में लगी ठेकेदार कंपनी केसीसी पर नन्दा देवी नेशनल पार्क ने 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही चेताया है कि यदि कंपनी ने पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया तो कठोर कार्रवाई की जायेगी। बता दें कि पिछले कुछ समय से अणीमठ मारवाड़ी बाईपास का निर्माण का कार्य केसीसी नामक कंपनी के द्वारा किया जा रहा है। नगर व आबादी से दूर होने के कारण कंपनी पर्यावरणीय मानको को ताक में रखकर सडक कटिंग का कार्य कर रही है। साथ ही कटिंग से निकलने वाले अनुपयोगी मलबे और मिट्टी को सीधे अलकनन्दा नदी में डाल रही है। जिस कारण जहां अलकनन्दा नदी का जल दूषित हो रहा है तो वहीं पानी का जलस्तर उठने से कटाव की संभावनायें भी बढ़ गई हैं। नन्दा देवी नेशनल पार्क के एसडीओ शिशुपाल सिंह रवत ने बताया कि पिछले कुछ समय से संबंधित कंपनी द्वारा कटिंग के अनुपायोगी मलबे को नदी में डालने की सूचना मिल रही थी । जिसका संज्ञाल लेकर विभागीय टीम जब मौके पर पहुंची तो देखा की कंपनी द्वारा मलबा सीधे नदी में डाला जा रहा है। जिस कारण संबंधित कंपनी पर 50 हजार का जुर्माना लगाया गया है। वहीं क्षेत्र प्रमुख हरीश परमार ने कहा कि यह चिन्ताजनक है कि प्रशासन की नाक के नीचे पर्यावरण को खतरा पैदा हो रहा है। रसकूदार कंपनियां जोशीमठ के अस्तित्व के साथ खिलवाड़ में लगी हुई है। कहा कि क्या कारण है कि लंबे समय से यह मामला संज्ञान में आ रहा था कि सड़क कटिंग का मलबा सीधे नदी में डाला जा रहा है। कई बार सड़क कटिंग के लिए ब्लास्टिंग तक की जा रही है बावजूद उप जिलाधिकारी जोशीमठ कार्यालय मौन बना हुआ है। कहा कि प्रशासन के ढुल मुल रवैये से क्षेत्रिय लोगों में आक्रोष है।