देहरादून। पिटकुल के 220 केवी बरम सब स्टेशन से 220 केवी बरम जौलजीवी ट्रांसमिशन लाइन ऊर्जीकृत हो गई है। इससे जनवरी 2021 से हर साल 50 करोड़ की बर्बाद हो रही सुरिंगगाड़ हाइड्रो प्रोजेक्ट की बिजली का सही इस्तेमाल हो सकेगा। इसके साथ ही 26 नए आने वाले हाइड्रो प्रोजेक्ट की बिजली का सप्लाई सिस्टम तैयार होगा। पिथौरागढ़ जिले की बिजली सप्लाई सुधरेगी। पिटकुल की ओर से बरम सब स्टेशन का निर्माण कई साल पहले कर दिया गया था। इस सब स्टेशन से 220 केवी बरम जौलजीवी ट्रांसमिशन लाइन न जुड़ने के कारण इस सब स्टेशन का लाभ नहीं मिल पा रहा था। इसका सबसे बड़ा नुकसान स्थानीय जनता को लो वोल्टेज, खराब बिजली सप्लाई के साथ ही जल विद्युत परियोजनाओं को उठाना पड़ रहा था। यूजेवीएनएल के जनवरी 2021 में तैयारी सुरिंगगाड़ हाइड्रो प्रोजेक्ट से पैदा होने वाली बिजली का सही इस्तेमाल नहीं हो पा रहा था। लंबे इंतजार और तमाम तकनीकी, कानूनी पेचिदगियों को दूर करते हुए पिटकुल ने इस लाइन को ऊर्जीकृत कर दिया है।एमडी पिटकुल पीसी ध्यानी ने बताया कि इस योजना के पूरा होने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम को गति मिलेगी। सीमाओं पर बुनियादी सुविधाओं का विकास होगा। आईटीबीपी, एसएसबी, सीआईएसएफ समेत सेना को गुणवत्ता युक्त बिजली सप्लाई सुनिश्चित होगी। सुरिंगाड समेत अन्य हाइड्रो प्रोजेक्ट की बिजली निकासी संभव हो पाएगी। पिथौरागढ़ के सम्मानित विद्युत उपभोक्ताओं को लो वोल्टेज और ट्रिपिंग से निजात मिलने के साथ साथ गुणवत्तायुक्त बिजली प्राप्त होगी।
यूपीसीएल के इन सब स्टेशनों का लोड होगा कम
यूपीसीएल के गुंजी, गंगोलीहाट, जौलजीवी, मुनस्यारी, धारचूला, नाचनी, तवाघाट समेत 33 केवी के अन्य सभी फीडरों से विद्युत निकासी संभव हो सकेगी। ये सभी सब स्टेशन बरम सब स्टेशन से कनेक्ट होंगे। इससे पहाड़ी क्षेत्रों में ट्रिपिंग की समस्याओं के साथ साथ लाईन लॉस में भी कमी आएगी।
इन हाइड्रो प्रोजेक्ट को मिलेगा लाभ
सब स्टेशन और ट्रांसमिशन लाइन कनेक्ट होने से पिथौरागढ़ में भविष्य में तैयार होने वाले हाइड्रो प्रोजेक्ट से पैदा होने वाली बिजली की निकासी आसान हो सकेगी। इसमें राज्य, केंद्र समेत निजी हाइड्रो प्रोजेक्ट को लाभ मिलेगा। मोतीघाट, टांगा, मदकिनी, ओकली-1, ओकली-2, बुर्थिंग, फुलीबगड़, सिरकारी, भ्योल, रूपसियाबगड़, पैनागाड़, जिम्बागाड़, तान्कुल, कन्च्यौती, छिरकिला, रेलागाड़, जिम्बा, मारम, रालम, भैंसिनी, उडार, रालम, सिम्पू, उडारफ्यूनशानी, सेला, उर्थिंग समेत अन्य प्रोजेक्ट को लाभ मिलेगा। इन सभी प्रोजेक्ट से 432 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा।
सीएम धामी का जताया आभार
पिटकुल मैनेजमेंट ने इस बड़ी कामयाबी का श्रेय सीएम पुष्कर सिंह धामी को दिया। एमडी पिटकुल पीसी ध्यानी ने सीएम धामी का आभार जताया। इसके साथ ही मुख्य सचिव आनंद बर्धन, सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम को पुश्पगुच्छ भेंट कर आभार जताया।