13 साल की लड़की से चार साल तक 64 लोगों ने किया यौन शोषण
पथानामथिट्टा । स्कूल में साथ पढ़ने वाले लड़के, कोच, पड़ोसी और रिश्तेदार… 13 साल की बच्ची ने जिस किसी पर विश्वास किया, उसी ने हवस की नजरों से देखा। उसका यौन शोषण किया। दरिंदगी का ये खेल 4 साल तक चलता रहा और इस दौरान 64 लोगों ने इस बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया। ऐसे में लड़की मेंटल ट्रॉमा में चली गई, जिसके बाद उसे हर पुरुष में हैवान नजर आने लगा। उसका विश्वास टूट गया, लेकिन आखिरकार उसने 18 साल की होने पर हिम्मत जुटाई और स्कूल काउंसलिंग में अपनी दर्दनाक कहानी सुनाई, जिसे सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। मामला केरल के पथानामथिट्टा जिले का है।
पथानामथिट्टा जिले के यौन शोषण के मामले में पुलिस ने अब तक कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि अभी कुछ और लोगों की गिरफ्तारी बाकी है। लड़की ने बताया कि उसका पहली बार यौन शोषण उसी के स्कूल में पढ़ने वाले एक लड़के ने किया था, तब उसकी उम्र महज 13 साल थी। ये 2019 की बात है, तब उसे समझ ही नहीं आया कि वह क्या करे? इसके बाद यौन शोषण करने वाले लड़ने ने अपने दोस्तों को बताया, तो उन्होंने भी बच्ची को ब्लैकमेल कर हवस का शिकार बनाया। हालांकि, तब लड़की टूटी नहीं थी, उसने चीजों को पीछे छोड़ आगे बढ़ने का फैसला किया और स्कूल में स्पोर्ट्स टीम में हिस्सा लिया।
स्पोर्ट्स टीम में शामिल होने के बाद कोच पर वह काफी भरोसा करने लगी। बच्ची ने अपने ऊपर हुई दरिंदगी की घटना के बारे में कोच को बताया, लेकिन यहां भी उसे विश्वासघात ही मिला। कोच ने मदद करने के बजाय, बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया। तब बच्ची को लगा कि इन घटनाओं के बारे में अपने रिश्तेदारों को बताया जाना चाहिए, लेकिन अपने ने भी लड़की को धोखा दिया। लड़की ने बताया कि रिश्तेदार ने भी उसके साथ वहीं किया, जो स्कूल के लड़कों और कोच ने किया था। इसके बाद वह अंदर तक टूट गई। उसे लगा कि इस दुनिया में किसी पर विश्वास नहीं किया जा सकता है।
पुलिस ने बताया कि यौन उत्पीड़न के इस मामले में पांच संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया है। छठा व्यक्ति पहले ही जेल में है। लड़की दो महीने पहले 18 साल की हो गई है। पथानामथिट्टा बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव एन. के अनुसार, लड़की ने पहली बार स्कूल काउंसलिंग सत्र में अपने साथ हुए यौन शोषण के बारे में बताया। बाल कल्याण समिति के हस्तक्षेप के बाद पुलिस मामला दर्ज किया गया। लड़की के साथ यौन उत्पीड़न करने वाले ज्यादातर आरोपी कोच, सहपाठी और स्थानीय निवासी हैं। जिले के विभिन्न पुलिस थानों में पोक्सो अधिनियम सहित अन्य मामलों में मामले दर्ज किए गए हैं।