देहरादून(। उत्तराखंड में दीपावली की रात आग लगने की 66 घटनाएं हुईं। गनीमत रही की किसी भी घटना में जान-माल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। दमकल विभाग ने समय रहते आग पर काबू पा लिया। मुख्यालय फायर सर्विस उत्तराखंड के अनुसार, पिछले साल 2024 की तुलना में आगजनी की घटनाएं कम हुईं हैं। इस वर्ष राज्यभर में 129 स्थानों पर फायर यूनिटों को विशेष रूप से तैनात किया गया, जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई संभव हो सकी। इससे पहले जन-जागरूकता अभियान चलाए गए, सोशल मीडिया और जनसम्पर्क के माध्यम से लोगों को बचाव की जानकारी दी गई। देहरादून नगर और उसके आसपास के क्षेत्रों में दीपावली की रात सर्वाधिक घटनाएं दर्ज हुई।
यहां कुल 12 घटनाओं में घर, दुकान, वाहन, कबाड़ और बिजली के पोलों पर आग लगई। इसमें धर्मावाला की दुकान, निरंजनपुर मंडी की छत पर रखे सामान में आग, हरभज मेहूंवाला, चंद्रबनी में कबाड़ में आग, सरस्वती विहार में घर, कार में आग, राजीव नगर में इलेक्ट्रिक फायर, ओल्ड राजपुर रोड पर पेड़ में आग शामिल रही। उधर, विकासनगर में डाकपत्थर, विनोद बिहार क्षेत्र में दो घटनाओं पर दमकल विभाग ने राहत बचाव किया। ऋषिकेश में सात घटनाएं हुईं। डोईवाला में आतिशबाजी से दो छोटी दुकानों में आग की सूचना मिली। रुड़की फायर स्टेशन द्वारा विद्युत पोल, घर के मंदिर में लगी आग पर नियंत्रण पाया। मायापुर फायर स्टेशन द्वारा ज्वालापुर क्षेत्र में कबाड़ के गोदाम, खंडहर, वाहन में लगी चार आग की घटनाओं पर कार्रवाई की। भगवानपुर फायर स्टेशन क्षेत्र में स्थित बजाज संस लिमिटेड फैक्ट्री के ट्रीटमेंट एरिया में लगी बड़ी आग पर दो यूनिटों द्वारा संयुक्त प्रयास से नियंत्रण प्राप्त किया गया। सिब्बुनगर, कोटद्वार स्थित एक रेस्टोरेंट में आग लगने की सूचना पर विभाग ने आग पर नियंत्रण पाया। आग से रेस्टोरेंट में डी-फ्रीज, काउंटर, कुर्सियां,टेबल, कंप्यूटर, कूलर, सोफे, पंखे, सीसीटीवी, नगदी आदि सामग्री जलकर नष्ट हो गई। — हल्द्वानी में तीन घटनाएं विभाग के अनुसार, नैनीताल में मोहनको के पास दुकानों में आग की घटना पर फायर यूनिटों ने नियंत्रण पाया। आग की चपेट में आने से कुछ भवन बच गए। हल्द्वानी में जेके पुरम, आरटीओ रोड, बृज विहार में तीन छोटी घटनाओं पर स्थानीय सहयोग से आग पर नियंत्रण किया गया। रुद्रपुर फायर स्टेशन की ओर से दिनेशपुर, ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में आतिशबाजी से लगी दो घटनाओं पर कार्यवाही की गई। दोनों स्थानों पर आग को फैलने से रोका गया। इसके अलावा डोईवाला, टनकपुर, रुड़की, पौड़ी, देहरादून, बाजपुर, गोपेश्वर आदि विभिन्न स्थानों पर आतिशबाजी, शॉर्ट सर्किट की आग की घटनाएं शामिल हुईं।