धारचूला-लिपुलेख नेशनल हाईवे पर 20 घंटें बाद निकाले 3 भाई-बहनों समेत 7 शव
पिथौरागढ़(सं)। धारचूला-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार को चलती जीप पर पहाड़ी से गिरे बोल्डर और मलबे में दफन हो गए छह यात्रियों के शव निकाल लिए गए हैं। एक शव हादसे के ही दिन निकाल लिया गया था। करीब 20 घंटे से अधिक समय तक चले रेस्क्यू अभियान के बाद मलबे में जीप समेत दबे लोगों के शव एसएसबी और रेस्क्यू टीम ने बमुश्किल निकाले। रविवार को बूंदी से चार किमी पहले कोथला झरने के समीप चट्टान का बड़ा हिस्सा टूटकर जीप के ऊपर गिर गया था। इससे उसमें सवार सात लोग मलबे में दब गए थे। उसी दिन रेस्क्यू के बाद टीम ने एक व्यक्ति का शव मलबे से निकाला था। इस हादसे में एक शिक्षक दंपति के साथ एक परिवार के तीन बच्चों की मौत हो गई। नेपाल से आए परिजनों ने की शव की शिनाख्त: लिपुलेख सड़क हादसे में मलबे में दफन होने के बाद निकाले गए सभी शवों की पहचान कर ली गई है। पूरे दिन एक शव की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। बाद में नेपाल से आए परिजनों ने इस शव की शिनाख्त भोवन कामी (26) निवासी नेपाल के रूप में की है।