रुद्रपुर। तराई क्षेत्र में लगातार बारिश के बाद जलभराव से मच्छरों के पनपने का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम डेंगू, मलेरिया और बरसात में होने वाले अन्य रोगों को लेकर आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर-घर जाकर जन जागरूकता अभियान चला रही हैं। वहीं डेंगू की रोकथाम के लिए प्रचार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने रुद्रपुर एआरटीओ को सरकारी और गैर सरकारी बसों में जागरूकता स्टीकर लगाने के लिए उपलब्ध हैं। वहीं जिले के सरकारी चिकित्सालय में 76 बेडों की क्षमता वाले डेंगू आइसोलेशन वार्ड बनाए जा चुके हैं। डॉ़ संतोष पांडे ने बताया कि बरसात के मौसम को देखते हुए डेंगू और अन्य मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग, नगर पंचायत, नगर पालिका व अन्य विभागों के साथ समन्वय बैठक की है। जिले के सभी सरकारी चिकित्सालयों में 76 बेडों की क्षमता वाले डेंगू आइसोलेशन वार्ड बनाए जा चुके हैं। आशा कार्यकर्ताओं को अपने-अपने क्षेत्र में जनजागरूकता के लिए प्रसार सामग्री भी वितरित की जा रही है। डॉ. पाण्डे ने बताया कि स्कूलों में जाकर स्वास्थ्य से संबधित पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसमें छात्रों को बरसात में होने वाली बीमारी से बचने के लिए अपने घरों के आस-पास साफ-सफाई रखने के सुझाव के साथ बीमारी से बचने के उपाय भी बताए जा रहे हैं। बरसात के दौरान जिले भर के क्षेत्रों में कंटेनरों में पानी भरा मिला। इसे खाली करा दिया गया है। डेंगू रोकथाम के लिए जिलाधिकारी उदय राज सिंह की अध्यक्षता में अंतर विभागीय बैठक का आयोजन किया गया। इसमें अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर डेंगू रोग के नियंत्रण के लिए योजना बनाई गई है।