स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र को किया सम्मानित
जयन्त प्रतिनिधि।
रूद्रप्रयाग : 76वें गणतंत्र दिवस जनपद में हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया। मुख्य कार्यक्रम गुलाबराय मैदान में आयोजित किया गया जिसमें जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में प्रतिभाग कर झंडारोहण किया तथा परेड का निरीक्षण कर परेड की सलामी ली। इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी धर्मानंद काला के पुत्र सत्य प्रसाद काला को शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती ने ध्वजारोहण किया। इसके साथ ही जनपद के शिक्षण संस्थानों एवं कार्यालयों में कार्यालध्यक्षों द्वारा ध्वजारोहण किया गया तथा प्रात: जनपद के विभिन्न स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा शहर में प्रभात फेरी कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
पुलिस विभाग के तत्वावधान में गुलाबराय मैदान में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने जनपद वासियों सहित कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों, छात्र-छात्राओं एवं आम जनमानस को गणतंत्र दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आप सभी भलीभांति विज्ञ हैं कि सदियों की गुलामी के उपरान्त हमारा देश सन् 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ। देश में सशक्त लोकतंत्र की स्थापना बनाये जाने हेतु संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में संविधान का स्वरूप अंगीकार किया गया तथा आज ही के दिन 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू किया गया। यद्यपि हमारा देश 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हो गया था। वरन् वास्तविक संवैधानिक आजादी का मार्ग 26 जनवरी सन् 1950 को प्रशस्त हुआ। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के इस पावन पर्व पर प्रत्येक भारतीय के मन में देश भक्ति की लहर और मातृभूमि के प्रति अपार स्नेह भर उठता है। आज का यह गौरवशाली दिन हमें देश के उन ज्ञात-अज्ञात शहीदों के नि:स्वार्थ बलिदान को प्रमुखता से याद दिलाता है, जिन्होंने आजादी के सघर्ष में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया तथा बलिदान दिया था। यह दिवस देश के सभी नागरिकों के लिये स्वतंत्रता, समरसता एवं भाईचारे के आदर्शों के प्रति अपनी आस्था को प्रदर्शित करने का भी एक सुनहरा अवसर है। भारतीय संविधान के अनुसार हमारे देश में सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न लोकतांत्रिक गणराज्य के साथ संसदीय व्यवस्था का स्वरूप स्थापित किया गया है, जिसमें जनता को बहुमत देने का बहुमूल्य अधिकार प्रदत्त है। केन्द्र तथा राज्य सरकारों की विभिन्न संस्थाएं, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका के स्वरूप में अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करती है। हमारा संविधान अपने आप में एक मजबूत एवं जीवंत दस्तावेज है। उन्होंने कहा कि आज पूरे जनमानस को संविधान प्रदत्त मूल अधिकारों एवं कर्तव्यों के संवैधानिक मूल्यों सर्वधर्म समभाव एवं निरंतर बदलते वैश्विक परिदृश्य में अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहना नितान्त आवश्यक है। गुलाबराय मैदान में आयोजित कार्यक्रम में परेड की सलामी ली गई। मुख्य आकर्षण पुलिस परेड रही जिसमें 07 टीमों द्वारा प्रतिभाग किया गया, जिसमें सशस्त्र पुलिस, सशस्त्र पुलिस, नागरिक पुलिस, नागरिक पुलिस महिला पुलिस, होमगार्ड महिला, पीआरडी, एनसीसी ने प्रतिभाग किया। इसके साथ ही भारतीय सेना की टुकड़ी 06, ग्रेनेडियर रेजीमेंट ने भी प्रतिभाग किया। इस अवसर पर परेड में महिला होमगार्ड की टुकड़ी ने प्रथम स्थान हासिल किया। द्वितीय स्थान पर सशस्त्र पुलिस तथा तृतीय स्थान पर भारतीय सेना का बैंड रहा। जिसमें मुख्य अतिथि जिलाधिकारी द्वारा उन्हें पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों की झांकियों का भी प्रदर्शन किया गया, जिसमें आपदा प्रबंधन, वन विभाग, एसडीआरएफ, कृषि, मत्स्य, पशुपालन, उद्यान विभागों के द्वारा झांकी का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं देशभक्ति की सुंदर प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का संचालन किशन रावत एवं नरेंद्र रावत द्वारा किया गया। इस अवसर पर जनपद न्यायाधीश सहदेव सिंह, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कौंडे, डॉ. सोनालिनी सिंह, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, जिला विकास अधिकारी अनीता पंवार, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, पुलिस उपाधीक्षक विकास पुंडीर, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रवेंद्र कुमार बिष्ट, वरिष्ठ कोषाधिकारी चंद्रप्रकाश सती, सहित जिला स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि, एनसीसी कैडेट, विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं, क्षेत्रीय जनता एवं गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।