सड़कें बनीं तरणताल, 30 उड़ानें रद्द व 42 अन्य विलंबित, ट्रेन और मेट्रो सेवाएं प्रभावित
कोलकाता , बंगाल में दुर्गा पूजा का एक तरह से आगाज हो गया है और खासकर महानगर कोलकाता तो जैसे दुल्हन की तरह सजी दिख रही है। लेकिन उत्सव के इस रंग में तब भंग धुल गया जब मात्र एक रात की बारिश में कोलकाता में बाढ़ जैसे हालात है। महानगर कोलकाता के सड़कों पर लोगों के कमर तक पानी जमा हुआ नजर आया तो तमाम लोग ऐसे भी थें जिनके घरों, दुकानों व कार्यालय में जल जमाव के दृश्य रहा। बारिश के दौरान करंट सहित कई कारणों से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। हालात के कारण 30 फ्लाइट रद्द कर दी गईं. साथ ही 31 अन्य में देरी हुई हैं। ट्रेन और मेट्रो सेवाएं भी प्रभावित हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेनियापुकुर, कालिकापुर, नेताजी नगर, गरियाहाट और इकबालपुर में अलग-अलग घटनाओं में ये मौतें हुईं। भारी बारिश के कारण कोलकाता के कई इलाकों में सड़कों पर दो से चार फीट तक पानी भर गया है। कई घरों और आवासीय परिसरों में भी पानी घुस गया है। शहीद खुदीराम और मैदान मेट्रो स्टेशनों के बीच मेट्रो सेवाएं रोक दी गई हैं। वहीं कोलकाता मेट्रो रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि दक्षिणेश्वर और मैदान स्टेशनों के बीच ट्रेनों की संख्या कम कर दी गई है। हावड़ा में भारी बारिश के कारण रेलवे ट्रैक और दुकानें जलमग्न हो गई हैं। कोलकाता सहित आसपास के इलाकों में भारी बारिश के कारण भयंकर जल जमाव हो गया है। सड़कें पानी से भर गई हैं, यातायात धीमा हो गया है और दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है। कोलकाता में रातभर की बारिश ने कई दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
बारिश के कारण पोर्ट अचंल सहित मटियाबुर्ज, गार्डेनरीच, बड़ा बाजार, सेंट्रल एवेन्यू, खिदिरपुर, ठनठनिया, दमदम, कांकुड़गाछी, फूल बागान, सेंट्रल एवेन्यू, एमजी रोड और ठनठनिया कालीबाड़ी आदि इलाकों में कमर तक पानी जमा हुआ था। उपल्ब्ध जानकारी के अनुसार सातवें दशक से यदि आंकड़े देखें, तो सितंबर में एक रात में सबसे अधिक बारिश की सूची में कोलकाता तीसरे स्थान पर है। कोलकाता में 1978 की बाढ़ को याद किया जाता है। 1978 में 28 सितंबर को 24 घंटे में 369.6 मिमी बारिश हुई थी, उसके बाद 1986 में 26 सितंबर को 269.5 मिमी। इस बार 24 घंटे में 251.4 मिमी बारिश दर्ज हुई। जानकारी के अनुसार, 2007 के बाद से कोलकाता में एक दिन में इतनी बारिश नहीं हुई थी।
कोलकाता ट्रैफिक पुलिस ने बताया है कि शहर में भारी बारिश और जलभराव के कारण आज यातायात प्रभावित है। जिसके चलते जरूरत के अनुसार रूट डायर्जन किया जा सकता है। कोलकाता में ऐसे कई रास्ते हैं, जिनमें बारिश के मौसम में जल जमाव और ट्रैफिक जाम की स्थिति अक्सर देखने को मिलती है, ऐसे में यात्रियों को आज इन रास्तों से गुरजने से बचना चाहिए, ताकि लंबे जाम और परेशानियों का सामना न करना पड़े। कोलकाता में मानसून सीजन में बारिश के कारण एजेसी बोस रोड अक्सर जलमग्न रहती है। एपीसी रॉय रोड पर भी भारी बारिश के दौरान गाड़ियों की रफ्तार पर ब्रेक लग जाता है। शहर के पश्चिमी हिस्से में स्थित मां फ्लाईओवर पर भी जलभराव के कारण वाहनों की रफ्तार पर असर पड़ता है। वहीं ईएम बाईपास के कई हिस्सों, खासकर रूबी क्रॉसिंग और पार्क सर्कस कनेक्टर के पास भी ट्रैफिक प्रभावित होता है। इसके अलावा अमीर अली एवेन्यू, सरत बोस रोड, सीआर एवेन्यू, चित्तरंजन एवेन्यू, एमजी रोड, बीबी गांगुली स्ट्रीट और पार्क स्ट्रीट जैसी व्यस्त सड़कों पर घंटों की बारिश के कारण पानी भरने से यातायात ठप पड़ जाता है।
कोलकाता नगर निगम के अनुसार, बाढ़ग्रस्त इलाकों से पानी निकालने के लिए उच्च क्षमता वाले पंप लगाए गए हैं। तेजी से पानी निकासी सुनिश्चित करने के लिए आपातकालीन निर्देश जारी किए गए हैं, जबकि सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में राहत टीमें तैयार हैं। मेयर व मंत्री फिरहाद हकीम सड़क पर उतरकर पानी निकासी का जायजा लेते रहे तो निगम के कंट्रोल कक्ष से भी वह हालात की निगरानी करते रहें। मंत्री फिरहाद हकीम के इलाके की स्थिति भी बेहद खराब रही। उन्होंने कहा, लॉकगेट खोलने के बाद भी पानी वापस लौट आ रहा है। कोलकाता वासियों को आज घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, बिजली के झटके से मौत का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में कोलकाता में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। आसमान में बादल छाए रहेंगे और बीच-बीच में बारिश होती रहेगी। अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।