रक्तदान शिविर में 95 लोगों ने किया रक्तदान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लायंस क्लब कोटद्वार डिग्निटी द्वारा शहीद मंदीप सिंह रावत की पुण्य स्मृति में आर्दश राजकीय इंटर कॉलेज कोटद्वार में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान 95 लोगों ने रक्तदान किया। इस मौके पर शहीद मंदीप की माँ श्रीमती सूमा देवी सहित पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया।
रविवार को रक्तदान शिविर का शुभारंभ शहीद मंदीप सिंह रावत की माँ श्रीमती सूमा देवी ने शहीद के चित्र पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। शिविर में ऋषिकेश एम्स की टीम के डॉ. जूही भाटिया, डॉ. सपना सफीर, तरूण विग्नेश, राम प्रसाद, अक्षित करोच, मोहन लाल भट्ट, आजाद, कुशीराम, राजेश बडोला, विनोद, अक्षय ने रक्तदान कराया। शिविर में रक्तदान के लिए 125 लोगों ने पंजीकरण कराया, जिसमें से 95 लोग रक्तदान किया। इस अवसर पर क्लब के अध्यक्ष राजेश बत्रा ने कहा कि भविष्य में भी इसी प्रकार के सामाजिक कार्यक्रम आयोजित करते रहेगें। आधारशिला रक्तदान समूह के संचालक दलजीत सिंह ने कहा कि सुबह से दोपहर बाद तक चले शिविर में 95 लोगों ने रक्तदान देकर पुण्य कमाया। कहा कि लोगों को रक्तदान कर मानवता के हित में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्तदान एक महादान है। इसमें हर किसी को बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। इस मौके पर क्लब के अध्यक्ष राजेश बत्रा, अवधेश चमोली, बाल भारती पब्लिक स्कूल के प्रबंधक गिरिराज सिंह रावत, भूतपूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह रावत, राइका कोटद्वार के प्रधानाचार्य मुकेश रावत, लायंस क्लब के सचिव रोहित बत्ता, राजेश फूल, प्रशांत रस्तोगी, हुकुम सिंह नेगी, हितेश गोयल, रोबिन सिंह, डॉ. सुरेन्द्र कुमार खट्टर, बृजेश अग्रवाल, भीष्म सिंह, डॉ. आशीष अग्रवाल, मन्नू गर्ग, मनीष लूथरा, आधारशिला रक्तदान समूह के सदस्य प्रणिता कंडवाल, कविता रावत, गोविन्द डंडरियाल, दीपक कबटियाल, दीपक जसोला, बिजेंद्र मैंदोला, पंकज खरबंदा आदि मौजूद रहे।
युवाओं को दी खानपान पर विशेष ध्यान देने की सलाह
कोटद्वार : आज के समय में खराब जीवन शैली और अधूरा खानपान की वजह से कई समस्याएं पैदा होने लगती हैं। इन्हीं में से एक है हीमोग्लोबिन की कमी की समस्या। वर्तमान में इस समस्या से बहुत युवा पीड़ित है। इस स्थिति से जूझने वाला व्यक्ति अक्सर थका हुआ या कमजोर महसूस करता है।
आधारशिला रक्तदान समूह के संचालक दलजीत सिंह ने कहा कि आजकल युवक-युवतियों को शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी रहने लगी है, इसका सबसे बड़ा कारण है खानपान में बदलाव आना है। हीमोग्लोबिन की कमी को डॉक्टर्स एनीमिया कहते है। इसके कारण व्यक्ति को कई तरह की मानसिक और शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि रविवार को आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज कोटद्वार में आयोजित रक्तदान शिविर में हीमोग्लीबिन की कमी के कारण अधिकतर लोग रक्तदान नहीं कर पाये। उन्होंने युवाओं को खानपान पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है।