राशन कार्ड निरस्त करने पर भड़कीं महिलाएं
बागेश्वर। बीपीएल कार्डों को कार्डधारक की मर्जी के बगैर निस्त कर उन्हें एपीएल में तब्दील किए जाने पर मंडलसेरा की महिलाएं भड़क गईं। नाराज महिलाओं ने जिला पूर्ति कार्यालय में धरना दिया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि जिनके परिवार में सरकारी कर्मचारी है उनके कार्ड अभी बचे हैं, जबकि उनके कार्डों को निस्तर कर दिया है। उनके यहां कोई भी सरकारी कर्मचारी नहीं है। इस तरह की मनमानी दूर करने की मांग की है। मंडलसेरा की महिलाएं सोमवार को जिला पूर्ति कार्यायय में धमक गईं। यहां जोरेदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया और उसके बाद धरने में बैठ गईं। यहां हुई सभा में महिलाओं का कहना है कि पूर्ति विभाग ने उनके राशन कार्डों को निरस्त कर दिया है। उन्हें सरकारी राशन से वंचित कर दिया है। महिलाओं का कहना हैकि उनके परिवार में कोई भी व्यक्ति सरकारी नौकरी में नहीं है, फिर भी उनके राशन कार्डों को निरस्त कर दिए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिनके परिवार में सरकारी नौकरी वाले हैं, उनको ही राशन दिया जा रहा है। उनके बीपीएल कार्ड निरस्त कर कर दिया गया है। क्षेत्र के लगभग 150 परिवार हैं, जिनके राशन कार्ड निरस्त किए गए है। विभाग की इस तरह की मनमानी कतई सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने दोबारा कार्ड बनाने की मांग की है। इस मौके पर कमला देवी, तुलसी देवी, चंपा, गीता देवी, मोहन नाथ, हरूली देवी आदि शामिल हैं। इधर जिला पूर्ति अधिकारी विनोद कुमार बर्मन ने बताया कि सरकार ने पात्र को हा और अपात्र को ना योजना के तहत मानक तय किया है। जो मानक में नहीं आ रहे हैं उनके कार्ड निरस्त हो रहे हैं। उन्होंने जबरन किसी के कार्ड निरस्त नहीं किए हैं।