सांडों की लड़ाई की चपेट में आने से स्कूटी सवार घायल, आम लोगों के लिए बनें परेशानी का सबब
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम कोटद्वार क्षेत्र में सांड़ों का आंतक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार देर सांय शहर के सबसे व्यस्त मार्ग गोखले मार्ग पर दो सांड़ों के बीच भिडं़त की चपेट में आकर एक स्कूटी सवार युवक घायल हो गया। युवक का राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में उपचार कराया गया।
बुधवार को देर सांय करीब आठ बजे गोखेल मार्ग पर सामान लेकर एक युवक स्कूटी में बैठ रहा था, तभी अचानक दो सांड़ों की लड़ाई हो गई। सांडों की चपेट में आने से युवक घायल हो गया। इस बीच अफरा-तफरी का माहौल रहा। लोगों ने किसी तरह वहां से सांड़ों को भगाया। वहां मौजूद लोग घायल युवक को राजकीय बेस अस्पताल ले गये। जहां उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे छुट्टी दे दी। लोगों का कहना है कि सांड़ों की चपेट में आने से घायल होने का यह मामला कोई नया नहीं है। इससे पहले भी बाजार सहित अन्य स्थानों पर सांड़ों की लड़ाई में बाइक सवार सहित राहगीर भी घायल हो चुके हैं। लोगों ने प्रशासन से समस्या के समाधान की मांग की है।
बता दें कि गोखले मार्ग शहर का सबसे व्यस्त मार्ग है। इस मार्ग पर सुबह और सांय के समय पैदल चलने के लिए भी जगह नहीं रहती है। यहां फल-सब्जी, राशन सहित अन्य सामान लेने के लिए लोगों की भीड़ लगी रहती है। इस मार्ग पर फल-सब्जी खाने के लिए सांड़ों का जमावड़ा लगा रहता है। कई बार यह सांड़ आपस में लड़ते रहते है। इन सांड़ों की चपेट में आने से कई लोग घायल भी हो चुके है। विभिन्न सामाजिक संगठन सहित सामाजिक कार्यकर्ता पिछले काफी समय से सांड़ों के आतंक से निजात दिलाने की मांग नगर निगम प्रशासन से कर रहे है, लेकिन नगर निगम इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। नगर निगम की कार्यप्रणाली से लगता है शायद निगम को किसी बड़ी घटना का इंतजार है।
उधर, नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि सांड़ों को पकड़ने के लिए कैटल कैचर मशीन मंगाई जा रही है। इसके लिए टेण्डर प्रक्रिया शुरू कर दी है। मशीन आते ही शहर में घूम रहे सांड़ों को पकड़ा जायेगा।
आम लोगों के लिए बनें परेशानी का सबब
कोटद्वार की सड़कों पर घूमने वाले आवारा मवेशी इन दिनों आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। आलम यह है कि सड़कों पर घूमने वाले इन मवेशियों से जान का खतरा बनने लगा है। चाहे वो नेशनल हाईवे हो, शहर की दूसरी सड़कें या फिर गलियां, हर जगह मवेशी यातायात में बाधा उत्पन्न करते हैं। वहीं बरसात के दिनों में रात के वक्त ये मवेशी सड़कों पर हादसों का कारण भी बनते हैं। बता दें कि रात के अंधेरे में कभी मवेशी वाहनों की चपेट में आकर घायल हो जाते हैं, तो कभी इन्हीं मवेशियों के कारण रास्ता जाम हो जाता है। बता दें कि लोगों की शिकायत के बावजूद भी समस्या जस की तस बनी है।