चेतावनी निशान के करीब पहुंची गंगा
ऋषिकेश। पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से मैदानी इलाकों में गंगा के जलस्तर में उतार-चढ़ाव चल रहा है। बुधवार कोाषिकेश में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा से सिर्फ 90 सेमी नीचे रहा। गंगा के उफान को देखते हुए प्रशासन ने तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। रेस्क्यू टीम को निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।
गंगा का चेतावनी निशान 339़50 मीटर है। बुधवार को पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हुई झमाझम बारिश से गंगा के जलस्तर में सुबह से वृद्घि होने लगी। त्रिवेणीघाट पर गंगा की जलधारा आरती स्थल तक पहुंच गई। श्रद्घालुओं के स्नान के लिए बनाया घाट पानी से लबालब हो गया। विद्युत पोल भी आधे पानी में डूब गए। करंट नहीं फैले इसके लिए यहां बिजली बंद कर दी गई।
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक बुधवार सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 338़00 मीटर रहा। सुबह 10 बजे 338़05 मीटर, दोपहर 12 बजे 338़20 मीटर, 2 बजे 338़30 मीटर और शाम चार बजे जलस्तर बढ़कर 338़60 मीटर दर्ज किया गया। यानि वार्निंग लेवल से 90 सेमी नीचे गंगा का जलस्तर रहा। गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटीय इलाकों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए लोगों में भय का माहौल रहा।
उपजिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। गंगा घाटों और तटों पर एसडीआरएफ, पीएसी और जल पुलिस तैनात कर दी है। मौसम विभाग ने आगे दो दिन और भारी बारिश की संभावना जतायी है।