द्रौपदी मुर्मू को पीएम मोदी ने दी जीत की बधाई, कहा- भारत ने रचा इतिहास
नई दिल्ली, एजेंसी। द्रौपदी मुर्मू के रूप में देश को 15वां राष्ट्रपति मिल चुका है। रायसीना हिल की दौड़ के लिए तीन दौर की मतगणना में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को काफी पछाड़ दिया। उनकी जीत पर बधाई देने वालों तांता शुरू हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और यशवंत सिन्हा ने उन्हें बधाई दी। वहीं, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुर्मू के आवास पहुंचकर उन्हें बधाई दी। मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हो गई हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में जीत के साथ ही द्रौपदी मुर्मू के नाम पांच रेकर्ड हो गए हैं। वह देश की सबसे युवा राष्ट्रपति हैंं। वहीं द्रौपदी पहली आदिवासी नेता हैं जो कि सर्वोच्च पद तक पहुंची हैं।
15वें राष्ट्रपति के लिए हुए चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने बड़ी जीत हासिल की है। विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने अपनी हार स्वीकर कर ली है और उन्होंने द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी। उन्होंने कहा, उम्मीद है कि आप बिना किसी भय और पक्षपात के संविधान की संरक्षक बनकर कार्य करेंगी। वहीं द्रौपदी मुर्मू देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाली सबसे युवा आदिवासी महिला बन गई हैं। इस जीत के साथ ही उन्होंने इतिहास रच दिया है।
देश को मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और के आर नारायणन के रूप में दो दलित राष्ट्रपति मिल चुके हैं लेकिन द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी नेता हैं जो कि देश के सर्वोच्च पद तक पहुंची हैं। आज तक देश में कोई आदिवासी न तो प्रधानमंत्री रहा है और न ही गृह मंत्री। ओडिशा में जन्मीं द्रौपदी मुर्मू 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। खास बात यह भी है कि वह ऐसी पहली राज्यपाल थी जिन्होंने झारखंड में अपना कार्यकाल पूरा किया।
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को हुआ था। 25 जुलाई को उनकी उम्र 64 साल 1 महीना और 8 दिन होगी। द्रौपदी मुर्मू अब तक की सबसे युवा राष्ट्रपति होंगी। इससे पहले यह रिकर्ड नीलम संजीव रेड्डी के नाम था। जब वह राष्ट्रपति बने तो उनकी उम्र 64 साल दो महीने और 6 दिन थी। वह निर्विरोध राष्ट्रपति बने थे। वहीं सबसे ज्यादा उम्र में राष्ट्रपति बनने वाले में के आर नारायणन का नाम दर्ज है। वह 77 साल 5 महीने 21 दिन की उम्र में राष्ट्रपति बने थे।
द्रौपदी मुर्मू ऐसी पहली राष्ट्रपति होंगी जिन्होंने आजाद भारत में जन्म लिया है। यूं भी कह सकते हैं कि भारत गणतंत्र में जन्म लिया है। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को हुआ था। बता दें कि 2014 तक जितने भी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बने, सबका ही जन्म आजादी से पहले हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को हुआ था। वह आजाद भारत में जन्म लेने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं।
देश में अब तक जो 14 राष्ट्रपति हुए हैं उनमें से 7 का ताल्लुक दक्षिण भारत से था। वहीं ड़ राजेंद्र प्रसाद ऐसे राष्ट्रपति थे जो कि दो बार राष्ट्रपति बने और बिहार के रहने वाले थे। द्रौपदी मुर्मू ओडिशा की पहली ऐसी नेता हैं जो कि इस शीर्ष पद तक पहुंची हैं। वह देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। 2007 में प्रतिभा देवी सिंह पाटिल पहली महिला राष्ट्रपति बनी थीं।
द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनने वाली ऐसी पहली नेता हैं जो कि पार्षद रह चुकी हैं। द्रौपदी मुर्मू सबसे पहले एक शिक्षक थीं। इके बाद वह राजनीति में आ गईं और 1997 में पार्षद चुनी गईं। इसके तीन साल बाद ही वह विधानसभा पहुंच गईं। ओडिशा की भाजपा-बीजेडी की सरकार में वह दो बार मंत्री रह चुकी हैं। वह किसी राज्य की राज्यपाल बनने वाली भी देश की पहली आदिवासी महिला हैं।