भाषण प्रतियोगिता में आस्था रही अव्वल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: रितेश शर्मा सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जानकीनगर कोटद्वार में मां भारती के वीर सपूत बाल गंगाधर तिलक एवं चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय की छात्रा आस्था ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र अंथवाल व जयंती के प्रमुख शिवराम बडोला ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती एवं दोनों महानुभाव के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया। तत्पश्चात आज के प्रमुख आचार्य बडोला जी ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि ‘ स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है ‘ का कथन कहने वाले बाल गंगाधर तिलक जी भारतीय इतिहास के ऐसे अमिट स्तंभ थे जिन्होंने तत्कालीन अंग्रेजी सरकार को तोड़कर रख दिया तथा चन्द्रशेखर आज़ाद ने वीरता की नई परिभाषा लिखी थी। उनके बलिदान के बाद उनके द्वारा प्रारम्भ किया गए आंदोलन से प्रेरणा लेकर हजारों युवक स्वतन्त्रता आन्दोलन में कूद पड़े। आजाद की शहादत के सोलह वर्षों बाद हिन्दुस्तान की आजादी का उनका सपना पूरा तो हुआ किन्तु वे उसे जीते जी देख न सके । हम सब को भी इन दोनो महानुभावों से सीख ग्रहण करनी चाहिए की जीवन में राष्ट्रहित के बड़ा कोई कार्य नहीं है । इसके पश्चयात कक्षा षष्ठ से द्वादश तक के प्रतिभागी छात्र छात्राओं ने दोनो महापुरुषों के जीवन पर आधारित आपने भाषण प्रस्तुत किए । इस भाषण प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में कक्षा 6 की आस्था प्रथम , कक्षा 8 की कुमकुम द्वितीय एवं सीनियर वर्ग में कक्षा 12 के प्रिंस गंवार प्रथम , कक्षा 10 कि अनुष्का रावत द्वितीय एवं कक्षा 9 की साक्षी पुसोला तृतीय स्थान पर रही । इस अवसर पर आचार्य रोहित बलोदी , अनिल भटनागर, अनिल कोटनाला, राजन शर्मा, प्रकाश कैंथोला, संगीता रावत, राहुल भाटिया, धीरज, प्रीति, पूजा आदि उपस्थित रहे ।