लाखामंडल क्षेत्र में सुविधाएं विकसित करने को सीएम से की मुलाकात
विकासनगर। धार्मिक नगरी लाखामंडल में शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के साथ ही अन्य मूलभूत सुविधाएं विकसित करने की मांग को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। बताया कि लाखामंडल की धार्मिक मान्यता के चलते यहां हर रोज सैकड़ों श्रद्घालु आते हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं होने के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विकासनगर विधायक मुन्ना चौहान और जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सीएम को मांग पत्र भी सौंपा। विधायक ने बताया कि लाखामंडल कस्बा जौनसार के करीब सौ गांवों का केंद्र बिंदु भी है। इसके साथ ही टिहरी और उत्तरकाशी जनपद भी यह कस्बा जौनसार बावर परगने को जोड़ता है। यहां हर रोज श्रद्घालुओं के साथ ही पुरातत्व में रुचि रखने शोधार्थी भी आते हैं। कहा कि पौराणिक महत्व का कस्बा होने के कारण यहां इतिहास और पुरातत्व के क्षेत्र में शोध के अपार अवसर हैं। ऐसे में इस कस्बे में महाविद्यालय की स्थापना की जानी जरूरी है, जिससे स्थानीय युवाओं को भी शोध करने का अवसर मुहैया हो सके। बताया कि करीब सौ गांवों का केंद्र बिंदु होने और टिहरी, उत्तरकाशी के सीमांत गांवों से जुड़ा होने के बावजूद यहां स्वास्थ्य सुविधा विकसित नहीं हुई है। ग्रामीणों की सहूलियत को देखते हुए लाखामंडल में सौ बैड का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जाने की मांग भी विकासनगर विधायक ने सीएम के सामने रखी। जिला पंचायत अध्यक्ष ने करीब सौ गांवों को सिंचाई सुविधा मुहैया कराने के लिए सुरियों का डांडा-कुन्ना म्यूड़ा सिंचाई लिफ्ट पंपिंग योजना और लाखामंडल लिफ्ट योजना निर्माण को मुख्यमंत्री घोषणा में शामिल करने की मांग रखी। इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्र की प्रमुख सड़कों का निर्माण जल्द करने की गुजारिश भी सीएम से की है। जिपं अध्यक्ष ने बताया कि केदारनाथ मंदिर भटाड़, चालदा महासू महाराज मंदिर लावड़ी दत्तरोटा और मां यमुना मंदिर सेरा लाखामंडल के निर्माण के लिए हंस कल्चर एवं फाउंडेशन से धनराशि स्वीत कराने के लिए सीएम की ओर से पत्र सीएम की ओर से भेजा गया। मांग पत्र सौंपने वालों में गीताराम गौड़, विजय सिंह, डा़ पाल सिंह, सुशील गौड़, हुकम सिंह, विजयपाल सिंह, संतराम शर्मा, प्रीतम सिंह चौहान, सरदार सिंह पंवार, डब्लू आर्य, अरविंद कुमार, सरदार सिंह चौहान, सुल्तान सिंह आदि शामिल रहे।