स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों ने दी आंदोलन की विभूतियों को श्रद्घांजलि
अल्मोड़ा। रानीखेत। भारत छोड़ो आंदोलन (अगस्त क्रांति) की वर्षगांठ पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित संगठन की तरफ से कार्यक्रम आयोजित कर स्वतंत्रता संग्राम की महान विभूतियों का स्मरण कर श्रद्घासुमन अर्पित किए गए। इस मौके पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों की दुर्दशा और उपेक्षा पर गहरी चिंता जताई गई। तय किया गया कि जल्द स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवारों के सदस्यों शिष्टमंडल समस्यााओं को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेगा। क्षेत्र के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवारों की तरफ से अगस्त क्रांति के मौके पर मंगलवार को जाने-माने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे स्व़ पंडित मदन मोहन उपाध्याय के होमफार्म रानीखेत में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर स्वतंत्रता आंदोलन की महान विभूतियों का स्मरण कर श्रद्घांजलि अर्पित की गई। वक्ताओं ने कहा कि देश को आजादी दिलाने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग, समर्पण और बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। बैठक में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवारों की दुर्दशा पर चिंता जताते हुए समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने पर जोर दिया गया। पं़ मदन मोहन उपाध्याय के पुत्र हिमांशु उपाध्याय ने इस संबंध में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा से दूरभाष पर वार्ता की तथा मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए समय लेने का आग्रह किया। जिस पर आयोग उपाध्यक्ष ज्योति ने आश्वासन दिया कि वह शिष्टमंडल को मुख्यमंत्री से मिलवाएंगीं। बैठक में एमसी तिवारी, तारालाल साह, मोहन, कैलाश फुलारा, एम आगरी आदि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रित मौजूद रहे।