मुख्य सिंचाई गूल का हेड क्षतिग्रस्त, खेतों की सिंचाई को किसान परेशान
संवाददाता, अल्मोड़ा। कोसी नदी से बनी सिंचाई विभाग की छानी गांव की मुख्य सिंचाई गूल का हेड पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे क्षेत्र के किसानों की खेती बुरी तरह सूखने के कगार पर है। अप्रैल माह में क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि के कारण कोसी नदी उफान पर आ गई थी और इसमें बनी अनेक सिंचाई गूलों के हेड भी ध्वस्त हो गए थे। छानी-ल्वेशाल ग्राम पंचायत की ठाड़बान सिंचाई गूल का हेड क्षतिग्रस्त होने के साथ ही इसमें काफी मलबा भी भरा हुआ है। किसानों की फसलों को सिंचाई के लिए खेतों तक पानी पहुंचाना बड़ी समस्या बन गई है। इससे किसानों की गैरखेत चबाता और तालसेरा कि सैकड़ों नाली कृषि भूमि बंजर होने के कगार पर पहुंच चुकी है। ताकुला के ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख ललित दोसाद ने बताया कि किसानों की आलू, प्याज, लहसुन, गेहूं आदि की फसल अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से चौपट हो गई थी। काश्तकारों ने खेतों में धान की पौंध रखी हुई है। जिसे सिंचाई की आवश्यकता है लेकिन ध्वस्त सिंचाई गूल से सिंचाई करना असंभव हो गया है। उन्होंने सिंचाई विभाग से जल्द गूल का हेड निर्माण करने और मलबे को हटाने की मांग की है। इधर ग्राम प्रधान अनीता दोसाद आदि किसानों ने भी विभागीय लापरवाही पर आक्रोश जताया है। किसानों का कहना है कि आपदा के दो माह बाद भी इस गूल की न तो मरम्मत की जा रही है और न ही हैडबंदी हो रही है। जबकि आगामी 15 जून से क्षेत्र में धान रोपाई का कार्य शुरू होना है और सिंचाई व्यवस्था चौपट है। कहा गया है कि शीघ्र गूल में पानी नही चलाये जाने पर शिष्टमंडल उप जिलाधिकारी से मिलकर कार्यवाही की मांग करेगा।