उत्तराखंड

सीजीएम ने दिए जेजेएम के कार्यों में और गति लाने के निर्देश

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नई टिहरी। जल संस्थान की मुख्य महाप्रबंधक नीलिमा गर्ग ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को जल जीवन मिशन (जेजेएम) के कार्यों में और गति लाने के निर्देश दिए। कहा कि पर्वतीय जिलों में टिहरी पहले स्थान पर है। पूरे प्रदेश में जेजेएम के कार्यों में टिहरी का पांचवां स्थान है। अब तक जिले में 65 प्रतिशत घरों को हर घर नल से जोड़ दिया गया है। उन्होंने केमसारी में निर्मित योजना और बौराड़ी में नवनिर्मित ट्यूबेवल का भी निरीक्षण किया। बुधवार को सीजीएम गर्ग ने जल संस्थान के कार्यों की समीक्षा करते हुए संतोष जताया। कहा कि बरसात का सीजन चल रहा है। ऐसे में निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय से पूरा करें। प्रत्येक परिवार को शुद्घ पेयजल उपलब्ध कराना विभाग का लक्ष्य है। उन्होंने बिल वसूली में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। टिहरी बांध विस्थापितों से पेयजल शुल्क को लेकर सीजीएम ने कहा कि 2019 तक सरकार ने माफ करने के आदेश दिए थे। इसके बाद के लिए पेयजल मंत्री की अध्यक्षता में कमेटी गठित की थी। हालांकि तत्कालीन मंत्री प्रकाश पंत का असमय निधन हो गया था, जिस कारण बैठक नहीं हो पाई। मामले को जल्द हल करेंगे। जल संस्थान के एसई यशवीर मल्ल व ईई सतीश चंद्र नौटियाल ने बताया कि अब तक जिले के 646 गांवों में जल संस्थान पेयजल जल जीवन मिशन में कार्य कर रहा है। सितम्बर माह के इस साल के द्वितीय क्वार्टर का लक्ष्य पूरा किया जाएगा। विभागीय कर्मी कार्य को त्वरित गति से निपटा रहे हैं। नई टिहरी शहर में ट्यूबवेल के लिए निरीक्षण किया जाएगा, ताकि लोगों को वैकल्पिक व्यवस्था मिल सके। सीजीएम ने कार्यालय परिसर में संतरे के पौधे रोपकर पौध के संरक्षण के निर्देश दिए। इस मौके पर ईई अभिषेक वर्मा, नीरज त्रिपाठी, प्रवीन ममगाईं, सुंदर सिंह चौहान आदि मौजूद रहे।

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