छठवें दिन भी नहीं उठा शहर का कूड़ा, बीमारियों का बढ़ा खतरा
ठेका प्रथा के विरोध में कार्यबहिष्कार पर डटे हैं सफाई कर्मी
जल्द समस्या का निराकरण नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: ठेका प्रथा के विरोध में नगर निगम के सफाई कर्मियों का कार्यबहिष्कार रविवार को भी जारी रहा। वहीं पिछले छह दिन से शहर में कूड़ा नहीं उठने के कारण स्थिति विकराल होती जा रही है। जगह- जगह सड़क व वार्डों में पड़ा कूड़ा सड़ने लगा है। दुर्गंध के कारण आसपास के परिवारों का सांस लेना भी दूभर हो गया है। ऐसे में आमजन को संक्रामक बीमारियों का खतरा सताने लगा है। यदि जल्द समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।
निगम से हटाए गए 180 सफाई कर्मियों को ठेका प्रथा में रखने के विरोध में रविवार को भी सफाई कर्मियों का कार्यबहिष्कार जारी रहा। निगम के खिलाफ आंदोलन कर रहे सफाई कर्मियों ने ठेका प्रथा समाप्त नहीं होने तक शहर में कूड़ा न उठाने की चेतावनी दी है। ऐसे में कार्मचारियों के कार्यबहिष्कार के छठवें दिन भी शहर का कूड़ा नहीं उठा। जगह-जगह सड़क व वार्डों में लगे कूड़े के ढेर शहरवासियों के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। कई स्थानों पर कूड़ा सड़ने के कारण दुर्गंध का माहौल बना हुआ है। सड़क किनारे एकत्रित कूड़े के कारण आमजन का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों में भी नहीं बैठ पा रहे हैं। यदि जल्द कर्मचारियों की समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो हालात और बिगड़ सकते हैं। वहीं, उत्तरांचल स्वच्छकार कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष प्रवीन घाघट के नेतृत्व में सफाई कर्मियों ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण से भी मुलाकात की। विधानसभा अध्यक्ष ने सफाई कर्मियों को उनकी समस्या सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। इस मौके मनीष गौडियाल, मुकेश गौडियाल, दिनेश, ज्वाला प्रसाद, मदन घाघट आदि मौजूद रहे।