चिपको आंदोलन की 50वीं वर्षगांठ पर होंगे कार्यक्रम आयोजित
चमोली। पेड़ों को कटने से बचाने और धरती को हरा-भरा बनाने के लिए उत्तराखंड की धरती से शुरू हुए चिपको आंदोलन के 50 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में केदार घाटी के रामपुर न्यालसु ( रुद्रप्रयाग) में 24 व 25 दिसंबर को विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह जानकारी देते हुए सीपी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केन्द्र के विनय सेमवाल ने बताया कि चिपको आंदोलन के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर चिपको की मातृ संस्था दशोली ग्राम स्वराज्य मण्डल तथा सीपी भट्ट एवं पर्यावरण एवं विकास केंद्र तथा ग्राम सभा न्यालसु के तत्वावधान में रामपुर में ष्चिपको आंदोलन के पूरे होने के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस कार्यक्रम क्रियान्वयन के लिए ग्राम प्रधान न्यालसु प्रमोद सिंह की अध्यक्षता में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
विचार गोष्ठी में कार्यक्रमों के सफल संचालन तथा क्षेत्र के पर्यावरण को सुरक्षित रखने हेतु प्रमोद सिंह की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया। जिसमें शैलेंद्र सिंह गजवाण को उपाध्यक्ष तथा अजय प्रताप सिंह को सचिव, राजेश चौहान को कोषाध्यक्ष तथा रोबिन सिंह को प्रचार प्रमुख चुना गया।
कार्यक्रम की तैयारी के आयोजित गोष्ठी में चण्डी प्रसाद भट्ट पर्यावरण एवं विकास केंद्र के प्रबंध न्यासी ओम प्रकाश भट्ट ने सर्वोदयी नेता केदार सिंह को श्रद्घांजलि ज्ञापित करते हुए उनके द्वारा क्षेत्र के लिए किये गए सामाजिक कार्यों के साथ ही रामपुर, फाटा, मैखडा तथा सेरसी के जंगलों को बचाने के लिए चले चिपको आंदोलन में उनकी भूमिका पर जानकारी दी। बताया कि केदार सिंह रावत के नाम से पर्यावरण के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को ष्केदार सिंह रावतष् पर्यावरण पुरस्कार प्रदान किया जाता हैं।
गोष्ठी में पूर्व प्रधान विक्रम सिंह रावत ने चिपको आंदोलन के नेता केदार सिंह रावत ने समाज एवं पर्यावरण के प्रति सफल नेतृत्व किया। इस अवसर पर खुशाल सिंह रावत, दयानंद, प्रयाग दत्त, प्रताप सिंह, गजाधर सेमवाल ने शांति प्रकाश रावत, रोबिन सिंह, प्रमोद सिंह रावत, शैलेंद्र सिंह गजवाण, ड अजय चौहान, त्रिलोक सिंह, गोपाल सिंह, अजय प्रताप, विपुल रावत, रणजीत सिंह, कीरत सिंह, विमल सिंह, संदीप गजवाण, सुंदर सिंह, अनूप सिंह, राजेश चौहान, खुशाल सिंह, मंगल सिंह नेगी ने अपने विचार रखे।